चन्दौली- खबर चंदौली के पड़ाव बहादुरपुर से हमे गर्व है भारतीय सेना पर जब तक एक एक आतंकी खत्म न हो जाए या डरकर भारत की सीमा से भाग न जाए।’ ये शब्द हैं सीआरपीएफ के शहीद कांस्टेबल चंदौली के लाल अवधेश यादव के पिता हरिकेश यादव के।
पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए अवधेश यादव के घर 12 दिन बाद थोड़ी सी ख़ुशी लौटी है। इसका कारण बनी है भारतीय वायुसेना, जिसके मिराज 2000 बमवर्षक विमान ने भोर में तकरीबन तीन बजे पकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर 1000 किलो का बम गिराए और आतंकियों के तीन बड़े ठिकानों को तबाह कर दिया। इस सम्बन्ध में
हरिकेश यादव ने बताया कि सुबह समाचार चैनलों से जानकारी मिली। बहुत गर्व महसूस हो रहा है कि वायु सेना के जवानों ने अपने शहीद भाइयों की शहादत का बदला लिया, क्योंकि शाहदत लौटायी नहीं जा सकती। शहादत का सिर्फ बदला लिया जा सकता है। हरिकेश यादव ने कहा कि सेना ने गौरव का काम किया है, हमारी मांग है कि सेना आगे भी ऐसा ही काम करते रहे।
हरिकेश यादव ने जोश में कहा कि सेना आतंकियों को पनपने ना दे, लगातार ऎसी स्ट्राइक करती रहे। इससे खुद ही वो कुछ महीनों में ठन्डे पड़ जाएँगे या तो आतंक का रास्ता छोड़ देंगे या भारत की सीमा। बस अब और हमारे सैनिक शहीद ना हों।
रंधा सिंह चंदौली