शहर तेरी खूबसूरती को लगी कोराना की नज़र :तकनीकी ज्ञान न होने से कलेक्टर बंगला भी बैसाखियों पर

राजस्थान/बाड़मेर – कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लॉकडाउनो ओर दुबारा लगाने के बाद साफ-सफाई के प्रति लोगों में आज-कल जागरूकता आई है। आज शहर की सड़कें, नालियां और गलियां साफ़ सुथरी नजर आती हैं। ऐसा पहले कभी नहीं देखा गया। सफाई योद्धा दिन-रात मेहनत कर शहरों को साफ-सुथरा तो बनाने में लगे ही हुए हैं। इसके साथ-साथ आम लोग भी गंदगी से परहेज कर रहे। या यूं कहें कि कोरोना महामारी ने लोगों को साफ-सफाई के प्रति अचानक से ज्यादा संवेदनशील बना दिया है। गांवों में पेयजल, शौचालय आदि के प्रति आमजन गंभीर हुए हैं।

आजकल कोई भी मरीज़ इलाज करवाने के लिए सीधे जिला मुख्यालय पर सरकारी अस्पताल में भर्ती होते हैं। मैं सुबह से लेकर शाम तक दर्जनों बार अस्पताल परिसर की आवश्यकता, सहूलियत ओर इलाज करवाने वाले लोगों की सार सम्भाल करने में लगा हुआ हूं। मेरे परिवार के लोगों को भी कोराना भड़भड़ी से डर लगता है लेकिन मौत का समय बै माता द्वारा लिखी गई है, जब तक आएगी किसी ना किसी के लिए कोई काम आएं यह मेरी पहली प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी बाड़मेर के लिए चिंतित हैं और हमारे को पूरा सहयोग करने में लगे हुए हैं। आज़ कोराना भड़भड़ी से बचाव करने की चर्चा पर बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने राजू चारण ने यह बात कही।

इंजिनियर बाबूलाल शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के बाद से शहरों, गांवों और कस्बों में सफाई व्यवस्था पहले से बेेहतर हुई है। पहले शहरों में प्रवेश करने पर जगह-जगह कूड़े के अंबार लगे रहते थे। नालियां बिना बारिश के ही जलमग्न रहती थीं। बाजारों में भी गंदगी के चलते निकलना मुश्किल हो जाता था। शहर की तंग गलियों का हाल तो और भी बुरा था। यहां सफाई व्यवस्था नहीं होने से लोगों का जीवन नारकीय बना रहता था। पर, अब नगर परिषद के सफाई कर्मी सफाई कार्य में लगे हुए हैं। इस वायरस के अटैक ने साफ-सफाई के प्रति लोगों को अचानक ही संवेदनशील बना दिया है। कोरोना काल में लोगों को भी सफाई से रहने की ऐसी सीख मिली है कि अब लोग उठते, बैठते-खाते-पीते समय हमेशा सफाई का ध्यान रख रहे हैं। दफ्तर या काम से घर आकर 20 सेकंड साबुन से रगड़-रगड़ कर हाथ धोने से लेकर बाहरी वस्तुओं को घर लाने से पहले अच्छी तरह से साफ करना आदत में शामिल हो गया है।

सबसे ज्यादा तो लोगों द्वारा जगह जगह पर थूकने की आदतों में ही सुधार हो रहा है स्वास्थ्य विभाग के प्रेम सिंह निर्मोही कोराना वारियर्स ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए जिस तरह प्रिट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के अलावा पोस्टर, बैनर के माध्यम से स्वच्छता के प्रति जागरुकता लाई गई है। उससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के स्वच्छता अभियान को भी गति मिली है। राह चलते, ऑफिस व सार्वजनिक जगहों में इधर-उधर थूकने की आदत में तेजी से सुधार हो रहा है। क्योंकि, जो लोग पहले देखकर भी इसे इग्नोर कर देते थे अब वहीं टोकने से भी नहीं चूक रहे। यही कारण है कि थूकने पर सरकारी विभागों में जुर्माना तो लगाया लेकिन थूकने की आदत में भी सुधार दिख रहा है।

जागरूकता फैलाने वाले पशु प्रेमी ओर समाजसेवी रमेश सिंह इंदा ने बताया कि स्वच्छता अभियान भले ही शहर में ज्यादा चला हो लेकिन यह ग्रामीण क्षेत्रों में भी कम नहीं है। लेकिन, जिस तरह कोरोना काल में हाल के छः महीने में स्वच्छता के प्रति लोग जागरूक हुए हैं उसे देखकर कहा जा सकता है कि शहर में गरीब बस्तियों में भी सार्वजनिक शौचालय, शुद्ध पानी को लेकर लोग सतर्क हो गए हैं।

लक्ष्मीनगर क्षेत्र के जसपाल सिंह डाभी ने बताया कि शहरी व ग्रामीण इलाके सैनिटाइज करने के दौरान ही जहां एक ओर कोरोना से बचने के लिए लोगों को घरों में रहने के लिए कहा जा रहा है, वहीं लोगों को महामारी से बचाने के लिए तमाम सरकारी मशीनरी के लोग काम में जुटे हुए हैं। जिला प्रशासन और पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के अलावा आमजन अपने शरीर को साफ-सुथरा बनाए रखने में लगे हैं। हाथों में दस्ताने तथा मुंह पर मास्क लगाए ये कोरोना योद्धा गांवों ओर शहरों में साफ-सफाई कर रहे हैं। सफाई कर्मचारियों से भी सरकारी नियमों में कहा गया है कि उचित दूरी, साफ सफाई तथा सैनिटाइज करके बचा जा सकता है। लोग सुरक्षित रहेंगे तो हमें भी खुशी मिलेगी। जिला कलेक्ट्रेट मुख्यालय से लेकर पूरे शहर को सैनिटाइज करवाया जाना चाहिए। आसपास की छोटी-छोटी गलियों में स्प्रे मशीन द्वारा सैनिटाजजेशन करना होगा । हमारे यहां पर भी कहीं कहीं पर सफाईकर्मी कंधे पर मशीन लटकाकर घर-घर सैनिटाइज करते हैं ऐसे होना चाहिए।

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहन दान रतनू ने बताया कि जहां एक ओर कोरोना वायरस से बचने के लिए लोगों को घरों में रहने के लिए कहा जा रहा है, वहीं लोगों को महामारी से बचाने के लिए तमाम गांवों की मशीनरी काम में जुटे हुए हैं। जिला प्रशासन के साथ ही पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के अलावा गांवों में लोग साफ-सुथरा बनाए रखने में जुटे हैं। इन सभी को मॉस्क और सैनिटाइजर आदि से बचाव करने की जानकारियां समय समय पर दी गई है।

इन्द्रा कालोनी के वार्ड पार्षद निम्ब सिंह देवड़ा, सिकंदर ओर रूस्तम भाई ने बताया कि हाथों में दस्ताने तथा मुंह पर मास्क लगाए ये कोरोना योद्धा शहरी क्षेत्रों में साफ-सफाई कर रहे हैं।सफाई कर्मचारियों से कहा गया है कि उचित दूरी, साफ-सफाई तथा सैनिटाइज करके बचा जा सकता। लोग सुरक्षित रहेंगे तो हमें ओर भी ज्यादा खुशी मिलेगी।

– राजस्थान से राजू चारण

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