बरेली। ऐसे में शहर के ज्यादातर बुद्धिजीवियों का मानना है कि कोरोना अभी समाप्त नहीं हुआ है, इसलिए लोगों को सतर्कता बरतनी होगी। कोरोना के थर्ड वेव की आशंका को लेकर सरकार को ढिलाई नहीं देनी चाहिए। ऐसे मे बाजारों की भीड़ संक्रमण बढने का मुख्य कारण बन सकती है। लोग खरीदारी करने को अपने मित्रों व परिवार के लोगों के साथ जाते है। जिससे बाजारों में बेवजह भीड़ लग रही है। ऐसे मे जरूरी है कि खरीदारी के लिए अकेले ही बाजार जाएं और एक ही बार में अधिक दिनों के इस्तेमाल का सामान खरीद लें। इससे बाजारों में कम भीड़ रहेगी, जिससे कोरोना काबू में रह सकता है। कोरोना कर्फ्यू के दौरान तमाम कारोबार बंद थे। मगर कुछ दुकानदारों ने घर से ही ऐसे सामानों की बिक्री कोरोना कफ्र्यू के दौरान की। मगर ग्राहकों को बिल अनलॉक के दौरान की तारीख के दिए ताकी ये साबित न हो कि कोरोना कफ्र्यू के दौरान दुकान खोली गई थी। व्यापारियों के आगे भी आर्थिक संकट गहरा गया है। उन्हें कोरोना कफ्र्यू के दौरान बंद रहीं दुकानों के किराए के अलावा बिजली के बिल आदि का भी भुगतान करना पड़ रहा है। आम लोगों की आय पर लॉकडाउन और कोरोना कफ्र्यू ने बढ़ा प्रभाव डाला है। लोगों को जीविका चलाना मुश्किल हो गया है। ऐसे में केवल और केवल बेहद जरूरी सामान की ही खरीदारी लोग कर पा रहे हैं। वरना अपनी घटती आय के कारण खरीदारी से बच रहे हैं। जिसका प्रभाव दुकानदारों की बिक्री पर पडना लाजिमी है। बाजारों मे ग्राहकों की तादात बहुत कम हैं। कुछ लोग बेवजह ही बाजारों में निकल रहे हैं। जिससे भीड़ और जाम के आसार बन रहे हैं।।
बरेली से कपिल यादव