इनकी सांसों से चलता है हमारा जीवन इन्हें बचाएं-पुष्पेन्द्र सिंह-विक्रम सिंह ठाकुर
मध्यप्रदेश/जबलपुर! विश्व पर्यावरण दिवस पर 5 जून को देशभर में प्रकृति को सजाने सवारने के लिए पौधरोपण किया गया वर्तमान में चल रहे कोरोना काल में लोगों ने ऑक्सीजन के महत्व को समझ लिया है और इसी ऑक्सीजन के शुद्ध स्त्रोत को बढ़ाने के लिए पाटन नगर में आजाद सेना ने जगह जगह पौधरोपण किया तथा उन्हें वृक्षों बनने तक संवारने उनके संरक्षण का संकल्प लिया आजाद सेना संयोजक पुष्पेन्द्र सिंह ठाकुर और विक्रम सिंह ठाकुर ने पौधारोपण करते हुए कहा कि पौधारोपण व इनकी सुरक्षा की जवाबदेही हम सभी की है वतर्मान में इसकी महती आवश्यकता है वृक्ष हमेशा हमें शुद्ध ऑक्सीजन देकर मानव जीवन की रक्षा करते हैं विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर हम सभी इस बात का प्रण करे कि अपने अपने घर के आंगन में एक वृक्ष अवश्य लगाएंगे तथा वृक्षों की रक्षा में योगदान देगे वही आजाद सेना संगठन के सदस्य रवि ठाकुर तनुज सोनी आकाश आशीष साहू ने भी पौधारोपण करते हुए कहा कि पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए पेड़ जरुरी है उन्होंने कहा कि आज हम लोगों ने ऑक्सीजन देने वाले पीपल के पौधे सहित नीम आंवला अमरुद एवं अन्य प्रजाति के औषधीय पौधों का रोपण किया है और इन पौधों को सुरक्षित और संरक्षित करने का भी संकल्प लिया है वही आजाद सेना टीम के जगत ठाकुर पुष्पेन्द्र अवस्थी जित्तू पटेल ने बताया कि आज 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर आज आजाद सेना टीम के सदस्यों के साथ सौ से भी अधिक पौधे लगाये गए हैं और उनकी सुरक्षा व संरक्षण के लिए एक सभी लोग देखरेख करने का भी संकल्प लिया है वहीं आजाद सेना ने पौधारोपण करते हुए चिपको आंदोलन की तर्ज पर पेड़ों को बचाने का संदेश दिया आजाद सेना संगठन ने यह निश्चय किया है कि भले ही बक्सवाहा से मिलने वाले हीरे पन्ना में मिले हीरे से 15 गुना अधिक मूल्यवान हो परन्तु वृक्ष हमारे लिए अधिक महत्वपूर्ण धरोहर है सरकार द्वारा इन जंगलों की कटाई के बाद करीब 400 लोगों को रोजगार देने की बात कही जा रही है जबकि अभी ये जंगल हजारों लोगों की जीविका का साधन बने हैं बुंदेलखंड के छतरपुर जिले में स्थित बक्सवाहा के जंगल को सरकार द्वारा हीरा खनन परियोजना को सौंपे जाने के खिलाफ आजाद सेना संगठन पाटन जिला जबलपुर मध्यप्रदेश 382.13.1हेक्टेयर में फैले सागौन केम जामुन बहेड़ा पीपल तेंदू अजुर्न आदि बहुमूल्य 2,15,875 पेड़ों को नहीं कटने देंगे इन अनमोल वृक्षों के प्राणों के बदले हमें कांच के टुकड़े नहीं चाहिए।
– अभिषेक रजक पाटन/जबलपुर