विश्वास या अंधविश्वास: यहाँ होता है रूहानी ताक़तों का जमावड़ा, पड़ती है रूहानी मरीज़ों की पेशी

* देश दुनिया मे शांति का प्रतीक है सैय्यद भूरे शाह का तीन दिवसीय उर्स

बिजनौर/शेरकोट- हिंदू-मुस्लिम एकता की प्रतीक है सरकार सैय्यद भूरे शाह की दरगाह तीन दिनों तक होने वाले करएकर्मो में पहले दिन मिलाद तो दूसरे दिन होती है चादर पोषी और तीसरे दिन देश दुनिया मे अमन शान्ति की दुआ के साथ होता है समापन ।

हिंदू-मुस्लिम एकता एवं विश्व शांति का प्रतीक उर्स। आपसी भाई चारे की सबसे बड़ी मिसाल यहां यह है कि सरकार की दरगाह पर हिन्दू मुस्लिम एक साथ चादर चढ़ाते है ।पूरी होती है सब की मन्नत ।पूर्व में शेर भी आते थे सलामी देने ।कहा जाता है कि इस जंगल के पेड़ों को कोई काट नही सकता ।

आपसी भाईचारे की इससे अच्छी और क्या मिसाल हो सकती है?कि सरकार भूरे शाह के क्षेत्र में कभी भी हिंदू-मुस्लिम तनाव नहीं देखा गया। यहां के बहुत से गैर मुस्लिम रमजान के मास में दरगाह में आकर रोजा खोलते हैं।मिलकर दोनो समुदाय के लोग करते है दरगाह की देखभाल ।

उत्तर प्रदेश के ज़िला बिजनोर में नेशनल हाइवे 74 पर शेरकोट से नैनीताल रोड पर स्तिथ ग्राम घोसियोवाला के जंगल ‘के बीचों बीच बानी सरकार सैय्यद भूरे शाह की दरगाह क्षेत्र में अन्य दरगाहों में अदालत कहलाती है ।हज़रत जलाल शाह बाबा ,पीर फजुल्लाह साहब हज़रत कोड़े शाह सहित क्षेत्र में हज़रत सैय्यद भूरे शाह साहब की दरगाह को कौमी एकता का सदा बहार सरचश्मा कहा जाता है।

सैय्यद भूरे शाह के दरबार में वर्ष भर आने वाले यात्रियों का तांता लगा रहता है।दरगाह के हिन्दू मुस्लिम खादिम सूफी अब्दुल हकीम मुन्नू शाह ,मोहम्मद आमिर, राम किशोर ,सलीम अहमद, खान साहब,दिलशाद अहमद,भूरे शाह,आदि दर्जनों खादिम आपकी अगवानी के लिए तैयार रहते हैं।

यहां लगने वाले सालाना उर्स मेले के मौके पर तो खासतौर से दरगाह शरीफ और दरगाह की रौनक देखते ही बनती है। लेकिन आम दिनों के समय ऐसा मंजर नहीं होता दरगाह के किनारे हरे-भरे सुरम्य वातावरण के बीच एक पानी का प्राचीन कुआ जिस की मान्यता है कि उसके पानी मे ही शिफा है जिसका पानी पीने भर से ही अनेको रोगों से छुटकारा मिल जाता है यह जादुई कुआ बीमारों व परेशान हालो को अपनी ओर आकर्षित कर पानी पीने के लिए विवश करता है ।

इस दरगाह पर जाने के लिए सबसे करीब रेल्वे स्टेशन यहां से लगभग 11 किलोमीटर दूर धामपुर पड़ता है।
रिपोर्ट शेरकोट अमित कुमार रवि

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