वाराणसी- रामेश्वर स्थानीय विकास खण्ड सेवापुरी के प्राथमिक विद्यालय परसीपुर में महीनों से ध्वस्त शौचालय को बनवाने की मांग प्रधानाध्यापक द्वारा की जा रही थी।इसी बीच जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जय सिंह के आकस्मिक निरीक्षण में ध्वस्त शौचालय व गेट के पास रखा बालू ईटा देख कर भड़क गये और प्रधानाध्यापक को डांट पिलायी। मौके पर प्रधानाध्यापक ने ध्वस्त शौचालय को बनवाने के लिये महीनों से बीडीओ,एबीएसए व ग्राम प्रधान के यहां गुहार लगायी थी लेकिन इनकी बात को अनसुनी कर दी गयी।निरीक्षण में आये बीएसए के समक्ष प्रधानाध्यापक ने कहा कि विद्यालय में कोई फंड तो है नही कि हम शौचालय बनवा दें।इसके लिये ग्राम प्रधान को कई कहा गया लेकिन कोई सुनवायी नही हो रही है।
शिक्षकों ने बताया कि यह विद्यालय वरूणा नदी के तट पर स्थित है। शौचालय खराब हो जाने से इस विद्यालय के बच्चे हमेशा नदी के कछार पर शौच के लिए जाते रहते है। जिससे शिक्षकों व अभिभावकों को डर बना रहता है।
परसीपुर प्राथमिक में 88 बच्चे का नामांकन हुआ है। प्रधानाध्यापक नन्दलाल वर्मा ने बताया कि लगभग एक वर्ष से शौचालय ध्वस्त हो गया है।इस बाबत कई बार खण्ड शिक्षाधिकारी,बीडीओ व ग्राम प्रधान को इसकी लिखित जानकारी दी गयी किन्तु आज तक किसी ने मरम्मत कराने का जहमत नही उठाया।
शौचालय खराब होने व प्राथमिक विद्यालय वरूणा नदी के किनारे होने के कारण अभिभावकों में भय बना रहता है।जिससे वे बच्चो को प्राथमिक विद्यालय भेजने से कतराते है।
अभिभावको में राजेन्द्र सिंह गया दीन पांडेय, विनोद माली, अशोक पासवान, गोरखनाथ पासवान, अमृत माली का कहना है कि शौचालय का मरम्मत कराने की मांग को लेकर ग्रामीणो ने प्रधानमंत्री कार्यालय के शरण में जाने की तैयारी कर रहे है।
रिपोर्ट-:चंद्रभान सिंह कपसेठी वाराणसी