बरेली। उत्तर प्रदेश सरकार ने समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश 2047 अभियान की शुरुआत कर दी है। इसका आगाज शुक्रवार को बरेली से हुआ। पूरे दिन संगोष्ठियों का दौर चला। जहां इंडस्ट्रियलिस्ट, डॉक्टर, प्रोफेसर, उद्यमी और व्यापारी सरकार के विजन से जुड़े। इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी, एमजेपी रुहेलखंड यूनिवर्सिटी और अर्बन हाट में आयोजित कार्यक्रमों मे शासन से जुड़े अधिकारी, सेवानिवृत्त अफसर और शिक्षाविद शामिल हुए। इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम मे पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि कानून व्यवस्था और सुरक्षा के मामले में उत्तर प्रदेश ने बहुत प्रगति की है। पहले दंगे होते थे और सामाजिक असुरक्षा के कारण कोई भी व्यक्ति प्रदेश में निवेश करने को तैयार नही था लेकिन अब 45 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव आए हैं और 10 लाख करोड़ का निवेश हो चुका है। कहा कि यह अभियान सिर्फ यूपी तक सीमित नही है। इसका लक्ष्य 2047 तक पूरे भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है। भारत विकसित होगा तो विश्वगुरु बनेगा। प्रमुख सचिव सहकारिता सौरभ बाबू ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी बहुत प्रगति हुई है। एनआरआईएफ की रैंकिंग में सुधार आया है। पूर्व आईएएस रामाशंकर मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 2047 को विकसित भारत व मुख्यमंत्री ने विकसित उत्तर प्रदेश की संकल्पना की है उसके लिए जो भी आयाम है। उस पर विचार विमर्श किया जा रहा है। मेयर डॉ. उमेश गौतम ने कहा, सरकार प्रदेश को विकसित बनाने के लिए जनता से सुझाव मांग रही है। सुधारों मे समय लगता है लेकिन यदि हर नागरिक कदम बढ़ाए तो यूपी 2047 तक देश और दुनिया मे नंबर वन बन सकता है। डीएम अविनाश सिंह ने कहा यूपी अब पूरी तरह अपराध और माफिया मुक्त है। अन्य प्रदेशों में लोग कहते हैं कि योगी मॉडल हमारे यहां भी लागू करो। आज यूपी की कानून-व्यवस्था और विकास मॉडल निवेशकों की पहली पसंद बन गया है। बड़ी कंपनियां यहां निवेश कर रही है। भय, भूख और भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाना सरकार का लक्ष्य है। रुहेलखंड विश्वविद्यालय में कार्यक्रम में कुलपति प्रो. केपी सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था विकास की बुनियाद है। पिछले कुछ वर्षों में हमने बहुत तरक्की की है। आज प्रदेश में 8375 कॉलेज संचालित है और नए विश्वविद्यालय खुल रहे हैं। शिक्षा और शोध के क्षेत्र में तेजी से सुधार हो रहा है। पूर्व परीक्षा नियंत्रक अशोक कुमार अरविंद ने कहा कि 2017 के बाद शिक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव आया है। इस अवसर पर डीआईजी अजय साहनी, मुख्य विकास अधिकारी देवयानी, पुलिस अधीक्षक नगर मानुष पारीक, वाइस चांसलर इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी वाईडी आर्या, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. अजीत कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी कमल किशोर, पीडी डीआरडीए तेजवंत सिंह आदि अधिकारी मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव