वाराणसी- ईद-उल-अजहा का पर्व सोमवार को पूरी दुनियां में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। वही वाराणसी में भी ये त्योहार पूरी अकीदत के साथ मनाया जा रहा है। मुस्लिम समाज के लोगों ने अपने अपने ईदगाहों में बकरीद की नमाज अदा की। इस दौरान लोगों ने देश मे अमन-चैन की दुआ मांगी।
वहीं कश्मीर मुद्दे पर भी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा कि ये सरकार की अच्छी पहल हैं। हम सभी इसका स्वागत करते हैं। ईद-उल-अजहा और सावन के आखिरी सोमवार को देखते हुए वाराणसी पुलिस प्रशासन की ओर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था देखने को मिली।
माना जाता है कि हजरत इब्राहिम ने एक सपना देखा था, जिसमें अल्लाह ने उनसे अपने बेटे हजरत इस्माइल की कुर्बानी देने के लिए कहा। ऐसे में वह सपने को हकीकत का रूप देने निकल पड़े। रास्ते में उन्हें तीन शैतान मिले, जो इसमें रूकावट डालना चाहते थे। हालांकि, ऐसा नहीं हो सका। उनकी सच्ची इबादत से बला टल गई। अल्लाह ने उनके बेटे को बचा लिया और उसके बदले दुंबा नामक जानवर की कुर्बानी हो गई। तब से यह परंपरा बरकरार है।
सोमवार को ईद-उल-अजहा के पर्व पर नमाज अदा करने वाले मोहम्मद आरिफ और परवेज खान ने बताया कि हम देश की तरक्की और सुख शांति की नमाज में दुआ मांगते हैं। इसके साथ ही इस तरीके से कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया गया है। यह सरकार की अच्छी पहल है हम इस पहल का स्वागत करते हैं और अब हम लोग सीधे तौर पर कश्मीर से जुड़ सकेंगे।
रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय