वाराणसी- केन्द्रीय तिब्बती उच्च शिक्षा संस्थान में भारतीय विश्वविद्यालय संघ के 92 वें अधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे दलाई लामा ने ग्लोबल वार्मिंग और परमाणु बम के प्रति चिंता व्यक्त की है। इसके अलावा उन्होंने भारत में आधुनिक और प्राचीन इतिहास को जोड़कर शिक्षा को आगे बढाने की क्षमता पर भी अपने विचार व्यक्त किये। वहीं पूरी दुनिया में जगह जगह चल रहे गृहयुद्धों पर उन्होंने बड़ा बयान दे दिया है।
मारने वाला हत्यारा
परम पावन दलाई लामा ने इस मौके पर विश्व को एकजुट करते हुए कहा कि दुनिया ने कई युद्ध झेलें हैं और अब शान्ति की ज़रुरत है। आने वाली सदी शांति का सन्देश लेकर आएगी। दुनिया नागासाकी और हिरोशिमा के रूप में पहले ही परमाणु बम की विभीषिका झेल चुकी है। उन्होंने सीरिया में चल रहे गृहयुद्ध के परिपेक्ष में कहा कि वहां मारने वाला हीरो नहीं बल्कि हत्यारा है।
आधुनिक शिक्षा और प्राचीन शिक्षा को साथ लेकर चलें
दलाई लामा ने कुलपतियों के इस अधिवेशन में सभी से कहा कि आज के युग में आधुनिक और प्राचीन शिक्षा को साथ साथ लेकर चलने की आवश्यकता है। यह कार्य भारत बखूबी कर रहा है। मैं सैंकड़ों देशों में गया हूं, पर यह शक्ति सिर्फ भारत के पास हैं।
रिपोर्ट-:अनिल गुप्ता वाराणसी