वाराणसी- मानवाधिकार जननिगरानी समिति और टाटा ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में बजरडीहा में स्थिति मदरसा रौनुकुल इस्लाम में बच्चो के बाल मेला का आयोजन किया गया | जिसमे बजरडीहा और लोहता के 20 मदरसों के लगभग 350 बच्चो ने भागीदारी की | इस मेले के आयोजन का मुख्य उदेश्य बच्चो के अन्दर छिपी प्रतिभा को बाहर निकालना और उनकी रचनात्मक और सृजनात्मक क्षमता को बढ़ाना था | इस मेला में बच्चो द्वारा विभिन्न गतिविधियों जैसे लेख लिखना, चित्रकला, वाद-संवाद, क्राफ्ट, रंगोली, क्विज़, लाईब्रेरी की किताबो पर गतिविधिया और विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर बच्चो ने अपनी स्पीच भी दिया |
कार्यक्रम की शुरुआत बघवानाला के बच्चो द्वारा नुक्कड़ नाटक “काम नहीं कलम” और “एक कदम स्वच्छता की ओर” का मंचन करके किया गया | इसके बाद मदरसों के बच्चो ने नाद शरीफ़ की प्रस्तुति की |
इसके बाद बच्चो के बीच में विभिन्न प्रतियोगिताये आयोजित की गयी जिसके अंतर्गत चित्रकला में प्रदूषण, यातायात के साधन, एक अच्छे मदरसे का चित्रण, मेले का चित्र और वाराणसी के घाट आदि विषय पर चित्र बनाये | लेख लेखनी में बच्चो ने प्रदूषण, यातायात के साधनों का विकासक्रम और इसके फायदे, हमारा मदरसा, मेले का अनुभव, किसी एक त्यौहार का वर्णन, भारत के किसी एक महान विभूति की जीवनि आदि विषय वस्तु पर लेख लिखा | इसके साथ ही बच्चो के बीच में डिबेट प्रतियोगिता आयोजित की गयी जिसके विषय वस्तु तकनीकी के फायदे और नुकसान, यातायात के साधनों के फायदे और नुकसान, जेंडर आदि विषय थे |
इस प्रतियोगिता के विजेता बच्चो को शील्ड और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया |
इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मानवाधिकार जननिगरानी समिति की मैनेजिंग ट्रस्टी श्रुति नागवंशी थी | साथ ही विभिन्न मदरसों के प्रधानाचार्य हफीज़ुर्रहमान, इकलाक अहमद, नेहालुद्दीन, मौलाना मुस्तकीन, अब्दुल खुद्दुस, सैयद तनवीर अहमद, मौलाना मोजीर, सईदुर्रहमान, जाहिदा, नासिर हुसैन आदि लोग उपस्थित रहे |
रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय के साथ (राजकुमार गुप्ता) वाराणसी