बरेली। महिला डाक कर्मी ने वरिष्ठ डाक अधीक्षक पर प्रमोशन दिलाने के नाम पर एक लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने रुपये वापस मांगने पर जाति सूचक गालियां देने, छेड़खानी करने और धमकाने का आरोप लगाते हुए सुभाषनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पीड़ित की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है।
लखनऊ के एक डाकघर में तैनात महिला ने सुभाषनगर थाना प्रभारी को दी तहरीर में बताया कि जब वह कानपुर डिवीजन में तैनात थीं तो खराब स्वास्थ्य के कारण छह महीने काम पर नहीं जा सकीं। मेडिकल रिपोर्ट लगाने के बाद भी सक्षम अधिकारी ने छह महीने के कार्यकाल को अकार्य दिवस घोषित कर दिया। कानपुर परिक्षेत्रीय कार्यालय में तैनात तत्कालीन निदेशक विनोद कुमार सिंह ने सबकुछ ठीक कराने और प्रमोशन दिलाने के लिए एक लाख रुपये लेकर अपने चैंबर में बुलाया।
आरोप है कि वहां विनोद सिंह ने छेड़खानी की। कर्मचारी अब्बास अली ने भी धमकाया। महिला सहायक ने रुपये वापस मांगे, लेकिन वह इच्छा पूरी करने का दबाव बनाने लगे। विनोद ने बरेली में अपने घर आकर बात करने के लिए कहा। बुधवार को महिला विनोद सिंह से रुपये लेने के लिए सुभाषनगर थाना क्षेत्र स्थित उनकी कॉलोनी में गई। आरोप है कि वहां विनोद ने उसके घर आने का विरोध किया और जातिसूचक गालियां दी। अभद्रता कर उसे भगा दिया। इस दौरान गवाह के तौर पर टेंपो ड्राइवर राकेश वर्मा भी मौजूद था। पीड़ित ने सुभाषनगर थाने में विनोद कुमार सिंह और मो अब्बास अली के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
– बरेली से तकी रज़ा