आंवला, बरेली। जनपद के आंवला की पुरानी तहसील गेट के समीप नीम का पेड़ उखड़कर गिर गया। जिससे तीन चैंबर क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे में एक अधिवक्ता का दिव्यांग बेटा घायल हो गया। सूचना पर पहुंचे वन दरोगा से अधिवक्ताओं की नोकझोंक हुई। वन दरोगा ने एक अधिवक्ता पर अभद्रता और मारपीट करने का आरोप लगाया है। वहीं, अधिवक्ता एकत्र होकर थाने पहुंचे और वनविभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। उधर, वन अधिकारी वनकर्मियों के साथ थाने पहुंचे और अधिवक्ता के खिलाफ मारपीट का आरोप लगाकर शिकायत की। अधिवक्ता राजेश कुमार सक्सेना ने बताया कि तहसील परिसर में एक पुराना नीम का पेड़ था। इस सूखे पेड़ को हटवाने के लिए तहसीलदार और एसडीएम को प्रार्थनापत्र दिए गए, मगर पेड़ नहीं हटवाया गया। मंगलवार को पेड़ की हालत देख अधिवक्ताओं ने जनहानि की आशंका के चलते वन विभाग को जानकारी दी और तत्काल पेड़ हटवाने का अनुरोध किया। मगर वनविभाग के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। बुधवार दोपहर करीब 12 बजे यह पेड़ उनके चैम्बर पर गिर गया। चैंबर की छत का मलबा गिरने से उनका दिव्यांग बेटा प्रतीक सक्सेना घायल हो गया। वहीं, शाजिद हुसैन उर्फ चंदा कातिब और निखिल शर्मा स्टाम्प बिक्रेता के चैंबर भी क्षतिग्रस्त हो गए। अधिवक्ता ने वनविभाग के कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग की। वहीं, वन दरोगा रामशरन ने बताया कि उन्हें वन रेंज अधिकारी ने फोनकर सूचना दी कि तहसील पर एक पेड़ उखड़कर एक अधिवक्ता के चैंबर पर गिर गया है। जब वह मौके पर पहुंचे तो वहां बड़ी संख्या में अधिवक्ता और क्षेत्रीय लोग मौजूद थे। इसी बीच एक अधिवक्ता ने चैंबर गिरने से बेटा घायल होने की बात कहते हुए गाली गलौज कर अभद्रता की। आरोपी ने कॉलर पकड़कर उन्हें पीटा। वन दरोगा ने सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, अभद्र व्यवहार कर मारपीट करने आदि आरोप लगाकर पुलिस से शिकायत की है। इंस्पेक्टर कुंवर बहादुर सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों ने शिकायत की है। उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया है। आदेश मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी।।
बरेली से कपिल यादव