बरेली। लोन दिलाने का झांसा देकर जालसाजों ने पांच सौ लोगों के साथ लाखों रुपये की ठगी कर ली। इसके बाद आरोपी सोमवार रात को कार्यालय बंद करके फरार हो गए। पीड़ित लोग मंगलवार को जब कार्यालय पर पहुंचे और कार्यालय बंद देखकर उन्हें ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद लोगों ने जमकर हंगामा किया। पीड़ितों ने थाना भमोरा में तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने उल्टा उन्हीं से ही सवाल-जवाब करते हुए भगा दिया। पीड़ितों ने बताया कि मुरादाबाद निवासी सुरेश और राजस्थान निवासी अरविंद कुमार ने देवचरा में करीब 20 दिन पूर्व उम्मीद फाउंडेशन एंड माइक्रो फाइनेंस के नाम से देवचरा निवासी मोमीन की दुकान में कार्यालय खोला था। कार्यालय मे क्षेत्र के ही बल्लिया गांव की दो युवतियां, नकटपुर की एक महिला हेला और दो युवकों को कर्मचारी के रूप मे नियुक्ति कर ली। इसके बाद गांव-गांव जाकर आरोपी ने प्रचार शुरू किया कि उनकी कंपनी बेरोजगारों को आधार कार्ड पर कर्ज दे रही है। लालच में फंसकर लोग सुरेश और अरविंद की बातों में फंस गए। इसके बाद प्रत्येक व्यक्ति से लोन की धनराशि के आधार पर 3 हजार से 7 हजार रुपये तक की वसूली कर ली। आरोप है कि सोमवार की रात को कार्यालय बंद करके फरार हो गए। पीड़ित मंगलवार की सुबह जब कार्यालय पर पहुंचे तो वह बंद मिला। इसके बाद लोगों ने जमकर हंगामा किया और थाना भमोरा में तहरीर दी। तहरीर मिलने पर पुलिस ने पीड़ितों को ही फटकार लगाई और उल्टे सवाल जवाब शुरू कर दिए। इसके बाद पीड़ितों को धमकाकर भगा दिया। कुछ लोगों ने बताया कि आरोपी सोमवार को देर रात एक लोडर वाहन लेकर आया था। उसी में सामान भरकर भाग गए। कुछ लोगों का कहना है कि आरोपी सुभाषनगर थाना क्षेत्र में सामान लेकर गए हैं। आरोपियों में एक व्यक्ति दिव्यांग बताया जा रहा है। थाना भमोरा में एक युवती ने तहरीर देकर बताया कि आरोपियों ने उन लोगों को बताया कि 14500 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे। वहीं जो लोग ठगी का शिकार हुए हैं। उन लोगों ने भी थाना भमोरा में तहरीर दी है।।
बरेली से कपिल यादव