बरेली – लोकनायक जय प्रकाश नारायण की जयन्ती पर आज लोकतन्त्र रक्षक सेनानी समिति के तत्वावधान में एक विचार गोष्ठी का आयोजन मिथिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय के सभागार में किया गया । गोष्ठी की अध्यक्षता लोकतन्त्र रक्षक सेनानी डाॅ वीरेन्द्र सिंह जैसवार ने की । संचालन लोकतन्त्र रक्षक सेनानी विनोद कुमार गुप्ता ने किया ।
गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए साहित्य भूषण सुरेश बाबू मिश्रा ने कहा कि लोकनायक जय प्रकाश नारायण ऐसे विरले महापुरुष थे जिन्होने देश के स्वतंत्रता-संग्राम और आपातकाल में अभिव्यक्ति की आजादी के आन्दोलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । बे समग्र क्रांति के प्रणेता थे । बे सत्ता परिवर्तन के साथ ब्यबस्था परिवर्तन के प्रबल पक्षधर थे ।
लोकतन्त्र रक्षक सेनानी वीरेन्द्र अटल ने कहा कि ने कहा कि लोकनायक जय प्रकाश नारायण के आदर्श और जीवन मूल्य आज भी प्रासंगिक हैं । हमारी युवा पीढ़ी को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।
डाॅ वीरेन्द्र सिंह जैसवार ने अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में कहा कि 25 जून सन् 1975 में तत्कालीन प्रधानमन्त्री इन्दिरा गांधी ने अपनी सत्ता की कुर्सी को बचाए रखने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी । जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में सम्पूर्ण विपक्षी दलों और देश के नौजवानों ने लोकतन्त्र की बहाली और अभिव्यक्ति की आजादी के लिए एक निर्णायक जंग लड़ी । जय प्रकाश नारायण ने समग्र क्रांति की हुंकार भरी ।
संचालन करते हुए लोकतन्त्र रक्षक सेनानी विनोद कुमार गुप्ता ने कहा कि लोकनायक जय प्रकाश नारायण हमारे दिलों में जीवित हैं । यह देश और समाज सदैव उनका ऋणी रहेगा ।
इससे पूर्व वीरेन्द्र कुमार अटल ,वीरेन्द्र सिंह जैसवार ,सुरेश बाबू मिश्रा ,विनोद कुमार गुप्ता , सुमन्त माहेश्वरी , डाॅ रवि प्रकाश शर्मा , प्रवीन कुमार शर्मा , जिला इको क्लब बरेली अनुराग उपाध्याय, डाॅ सचिन सक्सेना ने लोकनायक जय प्रकाश नारायण के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हे अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए ।
सभी स्वतंत्रता सेनानियों का माला पहनाकर स्वागत किया गया।
– बरेली से पी के शर्मा