बरेली। शहर की घनी आबादी के अलावा अगल-बगल ग्रामीण क्षेत्रों मे जुए के अड्डे बढ़ते जा रहे है। पुलिस की निष्क्रियता के चलते क्षेत्र में जुआ खेलने वालों का हौसला बुलंद होता जा रहा है। पुलिस सब कुछ जानते हुए भी खामोश बैठी हुई है। इससे युवा पीढ़ी जुए की लत में घिरती और बर्बाद होती जा रही है। लॉकडाउन मे जहां आम आदमी बुरी तरह परेशान है। वहीं पेशेवर जुआरी इसका पूरा फायदा उठा रहे है। शहर के घनी बस्ती वाले इलाकों मे इन दिनों जुआरियों के झुंड जगह-जगह जुआ खेलते हुए देखे जा सकते हैं। सेटिंग के चलते पुलिस यह सब देखकर भी अपनी आंखे मूंद ले रही है। जुए मे पैसे हारने के बाद अपनी लत पूरी करने के लिए जुआरी अपराधिक घटनाओं को अंजाम देते है। कोरोना की चेन तोडने के लिए सोमवार तक लॉकडाउन जारी है। बिना किसी काम के लोगों को सड़कों पर निकलने की मनाही है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क और दो गज की दूरी बेहद जरूरी है। लेकिन शहर के बारादरी थाना क्षेत्र मे नवादा शेखान की बगिया और सतीपुर मे पीली मिट्टी व कटरा चांद खां के एक खेत में इन दिनों जमकर जुआ खेला जा रहा है। इसके अलावा फतेहगंज पश्चिमी में नखासा वाला बाग, माली मोहल्ला के बाग में जमकर जुआ खेला जा रहा है। मानो जैसे सरकार ने लॉकडाउन लगाकर जुआ खेलने का दिशा निर्देश दिया हो। सुबह से शाम तक जुआ यहां जुंड लगए रहते हैं। जुआरी शराब पीने के अलावा छोटे-मोटे झगड़े भी करते है और फिर से जुए में जुट जाते हैं। जिसको लेकर स्थानीय नागरिकों में गहरी नाराजगी है। क्योंकि लोगों ने इनकी शिकायत कई बार पुलिस से की। लेकिन पुलिस ने कोई भी कार्रवाई नहीं की। इसी का फायदा इन दिनों जुआरी पूरी तरह से उठा रहे हैं। यहां पुलिस के नाम पर दो युवक जुआरियों से नाल भी उगहा रहे हैं। पुलिस को किसी बड़ी घटना का इंतजार है। वही गंगापुर, संजयनगर, सिकलापुर, सुभाषनगर, बिहारीपुर में भी इसी तरह जुआरियों के झुंड लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे है।।
बरेली से कपिल यादव