रायबरेली- पुलिस कार्यालय स्थिति किरण हाल में अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने एक बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि बैंक के निकट लूट करने वाले अंतर्जनपदीय गैंग के 5 लुटेरो को सरगना सहित गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
जिले में पुलिस अधीक्षक शिवहरि मीना के नेतृत्व में अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान में डलमऊ पुलिस निरीक्षक के सहयोग से 17 फरवरी को बैंक ऑफ बड़ौदा मुराई बाग डलमऊ से राजेश्वरी पत्नी देवेंद्र कुमार निवासी मधुकरपुर नवीन 5 लाख रूपय बैंक से निकाल के टेम्पो से घर जा रही थी। बैक से तीन किलोमीटर की दूरी पर मधुकरपुर नवीन तिराहे के पास मोटरसाइकिल पर सवार अज्ञात बदमाश रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो गए थे।
जिसका मामला डलमऊ में मु0अ0स0 25/ 18 धारा 392 भा0द0वि0 के तहत दर्ज था। इस खुलासे के लिये पुलिस अधीक्षक एवम आईजी जोन ने भी दिशा निर्देश जारी कर रखे थे। जिसके खुलासे पर सर्विलांस टीम लागतार प्रयास कर रही थी। 19 फरवरी को डलमऊ पुलिस के सहयोग से सर्विलांस टीम ने मुराई का बाग सलोन रोड नहर पटरी पर 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। जिनका विवरण निम्न है।
गोण्डा से सोहन लाल बरूवार पुत्र रंगेलाल निवासी ग्राम मुड़ाडीह थाना धानेपुर, रामबचन बरूवार पुत्र भगौती निवासी ग्राम बलदू का पुरवा थाना बनगाई, राजेन्द्र बरूवार पुत्र जगदेव निवासी बल्दू का पुरवा पोस्ट बनगाई थाना धानेपुर, सुंदरलाल बरूवार पुत्र जुड़ावन निवासी बलदू का पुरवा पोस्ट बनगाई थाना धानेपुर, सियाराम बरूवार पुत्र पृथ्वीपाल निवासी बल्दू का पुरवा पोस्ट बनगाई थाना धानेपुर।
पुलिस ने अभियुक्तों पास से लूट का एक सैमसंग मोबाइल, 1 लाख 16 सौ रुपए, अन्य 5 मोबाइल व दो पासबुक तथा तीन मोटरसाइकिल बरामद किया है।
अपर पुलिस अधीक्षक शशि शेखर सिंह ने पत्रकारों को बताया कि यह गैंग कई वर्षों से लूटपाट की घटना को अंजाम देता चला रहा था। पूछताछ में सोहनलाल ने बताया कि वह अपने साथी सियाराम व सुंदर लाल को बैंक के अंदर भेजते थे, जो व्यक्ति काउंटर से अधिक रुपया निकालते थे उनकी सूचना वह हम लोग को दे देता था हम लोग उस व्यक्ति का पीछा करके उसका बैग छीन कर भाग जाते थे। पीछे से सियाराम व सुंदर बस या टेंपो में बैठकर हम लोगों के अड्डे पर पहुंच जाते थे।
उसनें आगे बताया कि लूट की घटना को अंजाम देने के बाद वापस अपने जनपद गोंडा लौट जाते थे और 10 – 15 दिन वहां पर रुकने के बाद वापस रायबरेली जनपद में आकर गैंग के साथ अन्य लूटपाट में लग जाते थे। अपर पुलिस अधीक्षक के अनुसार इस गैंग ने अब तक बलरामपुर, बहराइच, देवरिया, सिद्धार्थनगर,नासिक, हरियाणा व दिल्ली में भी घटनाओं को अंजाम दे चुका है। जिसमें नासिक, हरियाणा, दिल्ली में इन लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका था। सोहनलाल के ऊपर 8 व रामबचन पर 4 अपराधिक मुक़दमे तमाम जनपदों में दर्ज हैं।
इस उत्कृष्ट कार्य में सर्विलांस उप निरीक्षक राकेश सिंह, उपनिरीक्षक अमरेश कुमार त्रिपाठी, प्रभारी निरीक्षक डलमऊ लक्ष्मीकांत मिश्रा, निरीक्षक अभिनेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल देवीलाल मौर्य, रामपाल, ब्रजपाल, सिपाही संतोष सिंह, सिपाही राम आधार, सिपाही मनोज कुमार सिंह, सिपाही कौशल किशोर, सिपाही संजीव कुमार यादव, सिपाही पंकज यादव, सिपाही जितेंद्र सिंह, सिपाही रुपेंद्र कुमार शर्मा, सिपाही आनंद वर्मा सिपाही, चालक अरुण कुमार सिंह ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई।
पुलिस अधीक्षक ने सराहनीय कार्य के लिए ₹10000 तथा पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ जोन ने भी ₹10000 का नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।
– सन्त प्रसाद मौर्य अमेठी की रिपोर्ट