बरेली। जनपद के रामनगर स्थित महाभारतकालीन लीलौर झील (यक्ष सरोवर) मे डूबकर लीलौर बुजुर्ग निवासी जितेंद्र उर्फ भूरा (16 वर्ष) की मौत हो गई। गोताखोरों की मदद से बुधवार सुबह किशोर का शव झील से बाहर निकाला जा सका। पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित की जा रही इस झील पर सुरक्षा के इंतजाम नही है। इसको लेकर क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश है। मृतक के पिता नरेश कुमार सिंह ने बताया कि उनका बेटा जितेंद्र मंगलवार को दोपहर दो बजे स्कूल से आया था। बैग रखने के बाद वह घूमने जाने की बात कहकर घर से निकल गया। देर शाम तक जब वह लौटकर नही आया तो उसकी तलाश शुरू की गई। काफी तलाश करने के बाद भी उसका पता नही चला। रात करीब डेढ़ बजे ग्रामीणों को जितेंद्र के कपड़े व चप्पलें झील के किनारे रखे मिली। अनहोनी की आशंका पर परिजनों ने तत्काल सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों को बुलाया। सुबह करीब छह बजे किशोर का शव झील से बाहर निकाला गया। इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया। लीलौर झील को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित किया जा रहा है। झील का सुंदरीकरण होने के साथ ही यहां स्टीमर भी चलाया जा रहा है। पर्यटकों की संख्या भी बढ़ी है। इसके बाद भी यहां सुरक्षा के कोई इंतजाम नही है। ग्रामीणों ने मांग की कि यहां चौकीदार तैनात किया जाए।।
बरेली से कपिल यादव