आंवला, बरेली। रविवार को डीएम अविनाश सिंह ने अफसरों के साथ रामनगर ब्लॉक मे लीलौर झील का निरीक्षण किया। उन्होंने झील की मौजूदा स्थिति, स्वच्छता एवं जल स्तर का जायजा लिया। डीएम ने झील का सौंदर्याकरण कराने और गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए आगणन तैयार करने के निर्देश दिए। डीएम दोपहर सीडीओ देवयानी, नगर आयुक्त संजीव मौर्य, एसडीएम आंवला नहने राम के साथ लीलौर झील देखने पहुंचे। उन्होंने निर्देश दिए कि झील के किनारे पौधे लगाएं। झील मे वाटर रीचार्ज सिस्टम लगाएं। जिससे कि लगातार झील मे पानी आता रहे। झील की साफ-सफाई भी समय-समय पर कराई जाए। झील को और अधिक सुंदर, आकर्षक बनाने की दिशा में सौंदर्याकरण का जो भी कार्य कराएं, उसकी गुणवत्ता उचित रखें, ताकि झील और भी खूबसूरत लगे। निरीक्षण के दौरान पाया कि कई जगहों पर झील का बांध कटा हुआ है। इस पर एसडीएम को बांध सही कराने के निर्देश दिए। डीएम ने रामनगर ब्लॉक के लीलौर सहसा गांव मे पौधरोपण किया। ग्रामीणों से अपील की कि इसे लगातार पानी देते रहे। जिससे कि यह फल दे सके। दरअसल, लीलौर झील ऐतिहासिक और पौराणिक झील कही जाती है। कहा जाता है कि इसी जगह पर महाभारत काल मे पांडवों और यक्ष के बीच संवाद हुआ था। युधिष्ठिर ने इसी झील मे खड़े होकर यक्ष के प्रश्नों के उत्तर दिए थे। निरीक्षण के बाद डीएम ने लीलौर सहसा गांव मे चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। ग्रामीणों ने निराश्रित गोवंशों की समस्या रखी, जो आए दिन फसलों का नुकसान करते है। जिस पर डीएम ने एसडीएम आंवला को निर्देश दिए कि मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से वार्ता कर गोवंशों को पकड़वाकर गोशाला भिजवाएं। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में जल जीवन मिशन का कार्य जिन जगहों पर हुआ है। वहां सड़कें टूटी है। डीएम ने एसडीएम को निर्देश दिए कि संबंधित के माध्यम से शीघ्र सड़कें सही कराएं।।
बरेली से कपिल यादव