बरेली/फतेहगंज पश्चिमी।। बंद पड़ी रबड़ फैक्ट्री बाघिन का विगत एक वर्ष से आशियाना बनाये हुई है , जिससे क्षेत्र में खौफ का माहौल है । विगत एक साल से ग्रामीण कई बार क्षेत्र में बाघिन के देखे जाने की जानकारी वन विभाग को देते रहे हैं किंतु काफी समय तक तो वन विभाग ने ग्रामीणों की इस बात पर विश्वास ही नहीं किया। लगभग 6 माह पूर्व फैक्ट्री के जंगल में ही रह रहा तेंदुआ सड़क दुर्घटना में नेशनल हाईवे पर अज्ञात वाहन की चपेट में आकर जान गँवा चुका है। उस समय भी ग्रामीणों ने वन कर्मियों को फैक्ट्री में बाघिन के पाए जाने की सूचना दी थी किंतु तब भी वन विभाग ने अनसुना ही कर दिया था। अखबारों में कई बार खबर प्रकाशित होने के बाद लगभग 3 माह पूर्व से वन विभाग बाघिन को पकड़ने के लिए सर्च अभियान चला रहा है और लाखों खर्च करने के बावजूद भी बाघिन उनकी पकड़ से अभी दूर है । मंगलवार सुबह साढ़े चार बजे फैक्ट्री परिसर में लगे सीसीटीवी के कैमरे में बाघिन की तस्वीर कैद हुई। वन विभाग की टीम लगातार काम्बिंग कर फैक्ट्री बाघिन को पकड़ने में लगी हुई है। बाघिन के पग चिन्ह पहचानने के लिए रबड़ फैक्ट्री में कई जगह ट्रालियों से मिट्टी भी डाली गई है। करीब 20 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, पांच पिंजरे लगाए गए हैं। सीसीटीवी कैमरे में बाघिन कैद होती है लेकिन पिंजरों तक नहीं जाती है। उधर वन विभाग के अधिकारी अपना फैक्ट्री में डेरा डाले हुए हैं लेकिन उन्हें कोई कामयाबी नहीं मिल रही है।
– बरेली से सौरभ पाठक की रिपोर्ट