वाराणसी- गंगापुर परिसर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के ललित कला विभाग द्वारा संचालित ग्रीष्मकालीन चित्रकला कार्यशाला के दसवें दिन आज तीन सत्रों के साथ कार्यशाला का आरंभ हुआ। प्रथम सत्र में सुश्री रागेश्री प्रकाश ने स्प्रे पेंटिंग की विधि से छात्रों को अवगत कराया और इसके बारे में संक्षिप्त तकनीक विद्यार्थियों के समक्ष प्रस्तुत की गई। दूसरे सत्र में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के व्यवहारिक कला विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉक्टर मनीष अरोड़ा ने ‘व्यवहारिक कला और इसका जीवन में उपयोग’ विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। डॉ मनीष अरोड़ा ने अपने व्याख्यान के दौरान छात्रों के प्रश्नों का समाधान भी किया। संयोजक सुमित घोष एवं ललित कला अध्यापक डॉ शशि कान्त नाग ने आमंत्रित व्याख्याता डॉ मनीष अरोड़ा का स्वागत एवं अभिनंदन किया। तृतीय सत्र का आगाज बृजेश विश्वकर्मा के द्वारा व्यक्ति चित्रण के प्रदर्शन से हुआ। बृजेश विश्वकर्मा ने जल रंग माध्यम में जीवंत मॉडल को देखकर चित्र बनाया और विद्यार्थियों को चित्र बनाने की तकनीक का ज्ञान दिया। यह कार्यशाला 7 जून तक चलेगी जिसमें विद्यार्थीगण पोट्रेट और स्प्रे पेंटिंग माध्यम से कार्य करेंगे।
रिपोर्ट:-कमलेश गुप्ता रोहनिया