बरेली। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आवाहन पर सोमवार को समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जिले भर की तहसीलों में जोरदार प्रदर्शन किया। रोजगार व किसानों के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सोमवार को सड़कों पर उतर पड़े। उन्होंने जिलों की तहसील का घेराव किया और प्रदेश व केंद्र सरकार के खिलाफ ज्ञापन सौंपा। सपाइयों का कहना है कि केंद्र व प्रदेश सरकार युवाओं से किए गए वादों को पूरा करने में असफल साबित हुई है और अब राज्यसभा में बहुमत न होने के बावजूद विधेयक पास कर किसानों पर अत्याचार कर रही है। जिले में सपा कार्यालय से सैकड़ों की संख्या में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता रैली के रूप में कलेक्ट्रेट जाने लगे। जिन्हें रोकने के लिए पुलिस ने पहले से ही बैरिकेडिंग कर रखी थी। कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड हटाकर बाहर निकलने की कोशिश की तो इस दौरान उनकी पुलिस से धक्का-मुक्की हो गई। जिसके बाद जिलाध्यक्ष अगम मौर्य ने अन्य पदाधिकारियों के साथ सिटी मजिस्ट्रेट को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा। समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश की भाजपा सरकार की गलत नीतियों, कोरोना संक्रमण में किसान, नौजवान, बुनकर और समाज के दूसरे कमजोर वर्गों की उपेक्षा, आरक्षण पर वार, कानून व्यवस्था ध्वस्त होने, समाजवादी कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न करने, भ्रष्टाचार और घोटालों पर नियंत्रण नहीं होने और महिलाओं, बच्चियों के असुरक्षित होने पर, जनहित से उदासीनता का सरकार पर आरोप लगाते हुए जोरदार प्रदर्शन और नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। ज्ञापन में अतिवृष्टि, ओलावृष्टि, बाढ़ से नष्ट फसलों के लिए किसानों की क्षति पूर्ति कराने की मांग की गई। बिजली की दर वृद्धि रोकने, प्रदेश में फर्जी एनकाउंटर और हिरासत में मौत की न्यायिक जांच की भी मांग की गई। स्कूल वालों द्वारा अभिभावकों के उत्पीड़न पर रोक लगाने, बीएड और अन्य पाठ्यक्रमों में दलित छात्रों को निशुल्क प्रवेश की पुरानी व्यवस्था लागू करने की मांग की गई। सरकारी सेवा में कर्मचारियों की संविदा भर्ती प्रक्रिया पर रोक रोक लगाने की मांग की गई। प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष इंजीनियर अगम मौर्य, महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी, जिला महासचिव सत्येंद्र सिंह यादव, पूर्व महानगर अध्यक्ष कदीर अहमद, प्रमोद यादव, योगेश यादव, हैदर अली, सुभाष यादव व आरती चौहान समेत तमाम सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल रहे।
सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर उड़ी धज्जियां
सपा के धरना प्रदर्शन के दौरान कोविड-19 गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। प्रदर्शन के दौरान मास्क व दो गज की दूरी का भी ध्यान नहीं रखा गया। पदाधिकारियों ने भी अपने संबोधन के दौरान भी गाइडलाइन का ध्यान नहीं रखा गया।।
बरेली से कपिल यादव