रोजगार मेले मे 1932 युवाओं को मिली नौकरी, मुख्यमंत्री ने दिए नियुक्ति पत्र, खुशी से खिले चेहरे

बरेली। बरेली कॉलेज और सेवायोजन कार्यालय की ओर से बुधवार को आयोजित एक दिवसीय रोजगार मेले में कई युवाओं को नौकरी मिली। जिससे उनके चेहरे खिल उठे। इस रोजगार मेले मे खास बात यह रही कि मुख्यमंत्री ने स्वयं कुछ चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। कार्यक्रम मे करीब 100 कंपनियों के प्रतिनिधि आए थे। मेले मे 1932 अभ्यर्थियों को रोजगार मिला है। हरहरपुर बेहरुआ, बहेड़ी के रहने वाले शेखर प्रताप सिंह ने एमबीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद पहली बार रोजगार मेले में हिस्सा लिया और उन्हें तुरंत नौकरी मिल गई। उन्हें एक कंपनी में 22,500 रुपये प्रतिमाह का वेतन मिलेगा। शेखर ने बताया कि उन्हें नौकरी मिलने से ज्यादा खुशी मुख्यमंत्री से मिलने की है। उन्हें बरेली शहर में ही नौकरी मिलने से उनकी खुशी दोगुनी हो गई है। शेखर ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता सुरेंद्र पाल सिंह और माता नीतू सिंह को दिया। वही 2018 मे आईटीआई और 2021 में बीकॉम की पढ़ाई पूरी कर चुके प्रवीण कुमार को भी रोजगार मेले में नौकरी मिल गई। प्रवीण शहर से बाहर नहीं जाना चाहते थे और उनकी यह इच्छा पूरी हुई। उन्हें शहर में ही 20,000 रुपये प्रतिमाह का रोजगार मिला है। प्रवीण ने बताया कि उन्हें मुख्यमंत्री से नियुक्ति पत्र पाना उनके जीवन का सबसे खुशी का पल है। उन्होंने 2023-24 मे परसाखेड़ा की एक निजी कंपनी में अप्रेंटिसशिप की थी, जिससे उन्हें काम का अनुभव मिला। रोजगार मेले मे चयनित बहेड़ी के हरहरपुर गुआरी के शेखर प्रताप सिंह का चयन बीएल एग्रो प्राइवेट लिमिटेड में हुआ। इसी तरह बरेली के गवाई गांव के प्रवीन कुमार का भी इसी कंपनी में चयन हुआ है। इन दोनों को मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र दिया है। जिला सेवायोजन अधिकारी गौतम घोष ने बताया कि रोजगार मेले में 5,452 अभ्यर्थियों ने प्रतिभाग किया। 70 कंपनी के प्रतिनिधि आए थे। इन प्रतिनिधियों ने 1932 अभ्यर्थियों का चयन किया है। उप निदेशक रोजगार त्रिभुवन सिंह ने बताया कि रोजगार मेले में केवल तकनीकी शिक्षा जैसे आईटीआई, पॉलिटेक्निक, फार्मेसी, होटल मैनेजमेंट एवं मेडिकल क्षेत्रों के युवक-युवतियों ही नहीं बल्कि स्नातक और इंटरमीडिएट पास युवाओं के लिए भी सुनहरा अवसर प्रदान किया। आयोजन स्थल पर ही युवाओं को हेल्प डेस्क, पंजीकरण काउंटर और साक्षात्कार के लिए निर्धारित कमरों में भेजा गया। गुजरात में मोबाइल के पार्ट्स बनाने वाली कंपनियों के प्रतिनिधियों ने तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने वाले युवाओं को प्राथमिकता दी। युवाओं के अनुसार कंपनी की ओर से 22 हजार के पैकेज पर गुजरात मे काम करना था। इसमें कंपनी की ओर से खाना, निवास स्थल निशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा था। वहीं दूसरी ओर ओला, उबर कैब चाल‌कों के पदों पर आवेदन करने वाले युवाओं को 20 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन दिया जा रहा था।।

बरेली से कपिल यादव

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