बरेली। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड में अंतिम वर्ष की परीक्षा की तैयारी शुरू हो गई है। यूनिवर्सिटी प्रशासन का कहना है कि कोरोना से बिगड़े हालात जुलाई तक काफी हद तक ठीक हो जाएंगे। जुलाई के दूसरे सप्ताह से यूपी बोर्ड नियमों के तर्ज पर यूनिवर्सिटी की अंतिम वर्ष की ही परीक्षाएं कराने की तैयारी है। ऐसा पहली बार होगा कि परीक्षा से पहले परिक्षार्थियों की सघन तलाशी अभियान नही चलाया जाएगा। अभी तक परीक्षा से पहले छात्र-छात्राओं की अलग अलग तलाशी होती थी। इसी के बाद ही परीक्षा कक्ष में जाने की इजाजत मिलती थी। लेकिन इस बार कोरोना की दूसरी लहर में शिक्षक डरे हुए है। अधिकांश शिक्षकों ने साफ इंकार कर दिया कि वे सिर्फ गेट की व्यवस्था देखेंगे। छात्र-छात्राओं की जेब की तलाशी नहीं लेंगे। वहीं दूसरी ओर यूनिवर्सिटी ने इस बार प्रत्येक परीक्षा कक्ष में परिक्षार्थियो की संख्या को भी घटा दिया है। इसके साथ ही कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी करने वाले शिक्षकों की संख्या को भी घटा दिया गया है। अभी तक परीक्षा कक्ष में 2-2 कक्ष निरीक्षक की तैनाती होती थी। लेकिन ऐसा पहली बार होगा कि एक कक्ष में अब सिर्फ एक ही शिक्षक की ड्यूटी लगाई जाएगी। परीक्षा ड्यूटी करने वाले शिक्षकों और कर्मचारियों की संख्या को भी सीमित कर दिया गया है। जिससे कम से कम लोग ही परीक्षा ड्यूटी कर एग्जाम करा सके। लोगों में उचित दूरी भी बनी रहे। परीक्षा में नकलचियों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से नजर रखी जाएगी। इसके लिए प्रत्येक केन्द्र पर कंट्रोल रुम और रुहेलखंड यूनिवर्सिटी, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी के आफिस में बने कंट्रोल रुम से प्रत्येक केन्द्र पर नजर रखी जाएगी।।
बरेली से कपिल यादव