बरेली। राष्ट्रीय लोक अदालत का शनिवार को सफल आयोजन किया गया। इसमें 2.87 लाख से अधिक वादों का निस्तारण हुआ। पारिवारिक रिश्तों में सौहार्द लाकर संजीवनी फूंकने का काम किया। बरसों से अलग दंपतियों के गिले शिकवे दूर करके जहां पारिवारिक रिश्तों में सौहार्द लाया गया। वहीं दुर्घटना वादों में 10 करोड़ से अधिक का मुआवजा भी बांटा गया। परिवार न्यायालयों में सुलह समझौते से 170 वादों का निस्तारण हुआ। फैमिली कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश चंद्र प्रकाश तिवारी, अपर प्रधान न्यायाधीश संजय कुमार सिंह, छाया नयन व ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने 47 जोड़ों को फूल मालाएं पहनाकर विदा किया। सुलह कराने में काउंसलर नाहर खान, रुचि सक्सेना, नाजमीन आलम व नत्थूलाल का सहयोग रहा। अच्छी बी ने बताया कि पति जावेद से किसी बात को लेकर मनमुटाव था। बात अदालत तक पहुंच गई। राष्ट्रीय लोक अदालत में दोनों ने गिले शिकवे दूर कर लिए और अब साथ रहने लगे हैं। बृजेश ने बताया कि वह सरकारी नौकर है। पति-पत्नी के बीच नाराजगी थी। पत्नी ने अदालत में दावा कर दिया। अब दोनों साथ रहने को राजी हो गए है। आपसी रजामंदी से लाखों मुकदमों की फाइलें बंद राष्ट्रीय लोक अदालत में पक्षकारों ने बिना किसी कोर्ट फीस व अदालती खर्च के आपसी बातचीत के जरिए 2,87,610 मुकदमों का निस्तारण करा लिया जिनमें 29.60 करोड़ धनराशि के आदेश पारित किए गए। इसी के साथ पक्षकारों को अब खर्चीली मुकदमेबाजी से छुटकारा मिल गया। इस अवसर पर बैंकों के कर्जदारों को भारी राहत दी गई। एसबीआइ, पीएनबी, एचडीएफसी, यूको बैंक, केनरा बैंक, एक्सिस बैंक, उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक, बैंक आफ बड़ौदा आदि ने ऋणधारकों को भारी छूट दी। सैकड़ों काश्तकार ऋण राशि जमा करके खुशी-खुशी घर वापस लौट गए। बैंक आफ बड़ौदा के लीड बैंक मैनेजर वीके अरोरा ने बताया कि इस बार अपेक्षा से अधिक काश्तकारों ने आयोजन का लाभउठाया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एडीजे उमा शंकर कहार ने बताया कि लोक अदालत में बैंकों की कुल 8.85 करोड़ की ऋण राशि वसूल हुई। मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल के पीठासीन अधिकारी क्षितिज कुमार श्रीवास्तव ने 214 मुकदमों का निस्तारण करके दावेदारों को 10 करोड़ 75 लाख मुआवजा राशि दिलाई। कामर्शियल कोर्ट ने नौ मुकदमों के निस्तारण में एक करोड़ 38 लाख रुपए समझौता राशि के आदेश पारित किए। उपभोक्ता फोरम के पीठासीन अधिकारी राधेश्याम व दीपक त्रिपाठी ने 2.40 लाख रुपए समझौता राशि दिलाई। लेबर कोर्ट में 19 मुकदमे निस्तारित हुए जिसमें 2.20 करोड़ रुपए समझौता राशि जारी की गई। विभिन्न अदालतों एवं पुलिस अधीक्षक यातायात ने एक लाख से अधिक चालानों का निपटारा किया। इस मौके पर कारागार में निरुद्ध बंदियों द्वारा तैयार की गई हस्तशिल्प वस्तुओं व औषधीय पौधों की खूब बिक्री हुई। जिला जज सुधीर कुमार ने सुबह 10 बजे दीप प्रज्वलित कर राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ किया। इस मौके पर नोडल अधिकारी एडीजे निकुंज मित्तल व अन्य न्यायिक अधिकारीगण मौजूद रहे। आयोजन के दौरान आम जनता को परेशानियों से बचाने और जानकारी देने के लिए हेल्प डेस्क बनाया गया। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही।।
बरेली से कपिल यादव