बरेली। अयोध्या में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा सनातन धर्म के लिए स्वर्णिम युग की शुरुआत है। हर कोई अपने आप को भाग्यशाली महसूस कर रहा है। लेकिन शंकराचार्यो के बयान को लेकर बरेली आए प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम के महंत महामंडलेश्वर स्वामी रुपेंद्र प्रकाश ने बयानों का खंडन करते हुए बताया कि इस समय सनातन का स्वर्णिय युग का शुभारंभ है। इस तरह के बयान शंकराचार्य को शोभा नही देते। शकराचार्यो को तो आवाहन करना चाहिए था कि स्वर्णिम पल है, देश मे दीपोत्सव मनाया जाए। शंकराचार्य अपनी कांग्रेसी मानसिकता को प्रकट कर रहे हैं। राममय वातावरण हो। आप गलत बयान बाजी कर रहे है। किसी को भगवान श्री राम के कार्य मे बाधा नही बनना चाहिए। आगे कहा कि इस दिन को देखने के लिए कई पीढ़ियां समाप्त हो गई। साढ़े तीन सौ लाख लोगों ने बलिदान दिया। देश को यह अवसर मिला जो इस स्वर्णिम समय को देख रहे हैं। जो लोग विरोध कर रहे है, उनको हिंदू समाज का सबक है। वह नकारात्मक वातावरण को नही देखना चाहता। विरोध करना शोभा नहीं है। स्वरूपानंद के दोनों शिष्य कांग्रेसी मानसिकता को दर्शाते है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम के सेवक के नाते अयोध्या में गए और उन्होंने मंदिर का संकल्प लिया जो पूरा किया। इस मौके पर ब्रज प्रांत के क्षेत्रीय अध्यक्ष दुर्विजय शाक्य, महापौर उमेश गौतम, महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना ने उनका जोरदार स्वागत किया।।
बरेली से कपिल यादव