बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। थाना क्षेत्र के गांव गौतारा मे रामगंगा नदी पर पुल निर्माण के लिए खोदे गए गड्ढे मे नहाने के दौरान तीन लड़कियां उसमें डूब गई। उन्हें बाहर निकालने तक दो लड़कियों की मौत हो गई जबकि तीसरी लड़की को बचा लिया गया। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। परिजनों और पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। परिजनों को लड़कियों की मौत की खबर मिलते ही कोहराम मच गया। मिली जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के गांव गौतारा के टोला प्रेम गौंटिया के पास रामगंगा नदी पर पुल का निर्माण किया जा रहा है। पुल निर्माण के लिए जेसीबी से नदी के अंदर से सिल्ट निकाली गई है, जिसके कारण वहां पर गहरा गड्ढा हो गया है। शुक्रवार को गौतारा प्रेम गौंटिया निवासी मनोहर की 17 वर्षीय बेटी मंगल, भोजीपुरा के गांव वीरपुर के अनिल गंगवार की दस वर्षीय बेटी सलोनी और देवरनिया के गांव कासमपुर की 15 वर्षीय कुसुम के साथ तरबूज खाने रामगंगा को पार कर अपनी पालेज पर गई। तीनों ने पालेज पर बैठकर साथ-साथ तरबूज खाया। तरबूज खाकर तीनों घर को चल दी। तीनों किशोरी रामगंगा पार कर रही थी। गहरे पानी मे जाने पर सलौनी और कुसुम डूबने लगी। सलौनी और कुसुम को बचाने की कोशिश में मंगला गहरे पानी में कूद गई। इससे वह भी डूबने लगी। पालेज पर काम कर रहे उनके तहेरे भाई बलराम ने तीनों किशोरियों को रामगंगा मे डुबते देखा। वह उन्हें बचाने रामगंगा में कूद गए। उन्होंने नदी से बाहर निकाल कर मंगला को बचा लिया लेकिन तब तक सलोनी और कुसुम की मौत हो चुकी थी। मंगल को गांव वालों ने बचा लिया लेकिन हालत गंभीर होने के कारण उसे सीएचसी खिरका में भर्ती कराया गया है। डूबने वाली लड़कियां सलोनी और कुसुम गौतारा गांव में अपनी रिश्तेदारी में आई थी। मनोहर लाल के पुत्र मुकेश ने बताया किशोरियों के पालेज से लौटते समय नदी में डूब गई। इंस्पेक्टर फतेहगंज पश्चिमी धनंजय पांडेय ने बताया कि दो लड़कियों की मौत हुई और तीसरी का अस्पताल में उपचार चल रहा है। लड़कियों के परिजनों को इसकी जानकारी दी। मंगल की ही रिश्तेदारी मे आई सलोनी और कुसुम के परिजन उनके शवों को लेने रिश्तेदारी में आएंगे। मंगल की हालत में सुधार होने के बाद उसका बयान दर्ज किया जाएगा। लड़कियों के गहरे पानी में उतरने और लापरवाही के कारण दोनों की जान चली गई।।
बरेली से कपिल यादव