बरेली। गंगा दशहरा पर चौबारी मेला अनूठे अंदाज मे नजर आएगा। मेले पर न सिर्फ भगवा छटा बिखरी दिखाई देगी बल्कि मेले पर शताब्दी वर्ष का रंग भी चढ़ा दिखाई देगा। इस बार घाट नए स्वरूप मे दिखेगा। मेले मे पांच सौ दुकानें सज रही है। इस बार रामगंगा के घाट पर लगने वाला चौबारी मेला इस बार अपनी स्थापना के सौ वर्ष पूरे करने जा रहा है। इसकी ऐतिहासिकता के चलते जिला प्रशासन ने इसे राजकीय मेला घोषित कराने की तैयारी शुरू कर दी है। प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जा रहा है। अब नौचंदी, बटेश्वर, गढ़मुक्तेश्वर मेले की तरह ही चौबारी मेले को भी फंड मिल सकेगा। रामगंगा के घाट पर चौबारी मेले का शुभारंभ आज होगा। सौ वर्ष से लगने के बाद भी मेले की अभी तक कोई स्थायी कमेटी बनी नही हुई है। मेले के आयोजन मे फंड की कमी आड़े आती है। प्रशासनिक अधिकारियों और मेला प्रबंधकों के बीच कई बार वाद-विवाद की स्थिति भी पैदा हो जाती है। फंड के अभाव मे मेले को भव्य स्वरूप प्रदान करने मे दिक्कत आती है। इसी सब को देखते हुए अब चौबारी मेले को प्रशासन राजकीय मेला घोषित करवाने मे जुट गया है। यह दर्जा प्राप्त करने वाला यह रुहेलखंड का पहला मेला होगा। अभी तक कुंभ के अलावा यूपी मे नौचंदी मेला (मेरठ), बटेश्वर मेला (आगरा), गढ़मुक्तेश्वर मेला (हापुड़) आदि को ही राजकीय मेला का दर्जा है। राजकीय मेला घोषित कराने के साथ ही रामगंगा के किनारे नियमित आरती की शुरुआत कराई जाएगी। इसके लिए एक स्थायी घाट बनवाया जाएगा। डीएम अविनाश सिंह ने कहा कि चौबारी मेले की ऐतिहासिकता को देखते हुए राजकीय मेला घोषित करने का प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है। चौबारी मेला के चलते रामगंगा स्टेशन पर अधिक भीड़भाड़ रहेगी। सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टिगत रामगंगा स्टेशन पर आरपीएफ-जीआरपी का अतिरिक्त पुलिस फोर्स रहेगा। 16-16 सदस्यीय दौ टीमें लगाई गई है। जीआरपी इंस्पेक्टर सुशील वर्मा, आरपीएफ इंस्पेक्टर विनीता कुमारी के नेतृत्व में चार-चार सब इंस्पेक्टर के साथ 12-12 सिपाहियों की ड्यूटी रामगंगा पर आज से रहेगी। चौबारी घाट पर रविवार को कार्तिक मेला का उद्घाटन किया जाएगा। इसके लिए प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। शनिवार को भी अधिकारियों ने मेला स्थल पर पहुंचकर व्यवस्थाएं परखी। मेला को जाने वाली अस्थायी सड़क पर धूल को कम करने के लिए रविवार को भी पानी का छिड़काव किया गया। मार्ग व मेले में बिजली की व्यवस्था भी दुरुस्त की गई। दुकानें मार्ग के दोनों ओर के अलावा मेला प्रांगण में भी सज गई है। एसडीएम सदर, एसडीएम आंवला, तहसीलदार व लेखपाल ने शनिवार को स्थलीय निरीक्षण करने के साथ ही गंगा स्नानको वैरिकेडिंग लगाने, चेंजिंग रूम व वॉचिंग टावर बनाने के निर्देश दिए।।
बरेली से कपिल यादव
