बरेली। शासन की मंशानुसार महिलाओं और बेटियों को समस्याओं के समाधान के लिए उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्या पुष्पा पाण्डेय ने बुधवार को सर्किट हाउस मे समस्याएं सुनी। शीशगढ़ की दिव्यांग पीड़िता व्हीलचेयर के जरिए सर्किट हाउस पहुंची। पीड़िता ने बताया कि मेरे साथ गैंगरेप किया गया। मुझे और मेरे परिवार को दबंग मारने की धमकी दे रहे है। 30 मई को शीशगढ़ थाने मे मुकदमा दर्ज हो चुका है। पुलिस बलात्कारियों को पकड़ने की बजाय मुझे हड़काती है। मई से लेकर अब तक बलात्कारियों को पुलिस ने नही पकड़ा जबकि मैं गैंगरेप और जान से मारने की धमकी देने के तमाम सबूत पुलिस को दे चुकी हूं। मेरा परिवार दहशत में है। पीड़िता ने न्याय न मिलने पर आत्मदाह की चेतावनी दी। पुष्पा पांडेय ने मामले को गंभीरता से लेकर पुलिस अधिकारियों से कार्रवाई करने को कहा। वही एक मामले मे एसएसपी से फोन पर वार्ता करनी चाही लेकिन पीआरओ ने ये कहकर इंकार कर दिया कि साहब नही है। जिससे उन्होने नाराजगी जताई। जन सुनवाई मे 23 शिकायतें लेकर महिलाएं पहुंची। 6 मामले बाल सेवा योजना की आर्थिक सहायता रुकने के आए। हालांकि डीपीओ ने एक सप्ताह आर्थिक सहायता खातों में पहुंचने का भरोसा दिया। एक शिकायत छत्तीसगढ़ से संबंधित थी। जिसको महिला आयोग छत्तीसगढ़ को ट्रांसफर करने के निर्देश दिए। जन सुनवाई के बाद पुष्पा पांडेय ने नारी निकेतन का निरीक्षण किया। विधवा पेंशन के मामले मे डीपीओ को एक सप्ताह में पेंशन निराकरण के निर्देश दिए गए।।
बरेली से कपिल यादव