वाराणसी- राजातालाब से जक्खिनी (पंचक्रोशी) मार्ग वाया रानी बाजार रेलवे क्रासिंग तक की सड़क की चौड़ाई घटाये जाने पर हाई कोर्ट में एक याचिका सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता की तरफ से दाखिल की गई है।
इसमें कहा गया है कि दिसंबर 2010 में पीडब्ल्यूडी ने यहां के भवन स्वामियों को नोटिस जारी करके इस सडक की चौड़ाई 60 फीट रखने को कहा था। इसके बावजूद खुद पीडब्ल्यूडी विभाग ने विगत 5 माह से सड़क के दोनों तरफ महज 15 फीट की चौड़ाई के बाद दोनों तरफ नाली का निर्माण करा रहा है जिसने सडक की चौडाई घटाकर साठ से पन्द्रह फीट रखने का निर्णय किया। वहीं पीएम मोदी द्वारा शिलान्यास किए उक्त सड़क को उत्तर प्रदेश लोक निर्माण द्वारा चौड़ीकरण शुदृढीकरण के अंतर्गत 3 फीट और चौड़ीकरण होना बाकी है दूसरी तरफ पीडब्ल्यूडी ने इस सड़क को 2010 में ही साठ फुट चौड़ीकरण को लेकर भवन स्वामियों को रोड से अतिक्रमण हटाने का नोटिस दिया था। याचिका में यह भी कहा गया है कि पूर्व में सड़क की चौड़ाई आरटीआई के जवाब में पटरी सहित साढे़ सात मीटर में थी और इस सडक मे साढे़ छ: मीटर में कट स्टोन लगा था, जबकि रोड साईड कंट्रोल एक्ट के अंतर्गत सडक की चौड़ाई चालीस फीट ही है। इसके बावजूद भी पीडब्ल्यूडी ने सड़क की चौड़ाई घटा दी। याचिकाकर्ता सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने सड़क की चौड़ाई का सीमांकन कराकर 40 फीट सड़क का निर्माण कराने के बाद ही नाली बनाने की मांग की गई है।
हाईकोर्ट के समक्ष शुक्रवार को इस याचिका पर सुनवाई होगी। अधिवक्ता स्मृति कार्तिकेय ने याचिका में कहा है कि सड़क चौड़ीकरण के मामले में रोड साइड कंट्रोल एक्ट 1946 है जिसके अनुसार उक्त रोड की चौड़ाई 40 फीट है, इसलिए उक्त सड़क के निर्धारित मानक के भीतर बिना अनुमति बनाए गए भवन उपरोक्त कानून की धारा 5 का उल्लंघन है। याचिका में दावा किया गया है कि निर्धारित चौड़ाई 40 फीट के अंदर बने निर्माण को भवन स्वामियों को धारा 5 का दोषी पाए जाने पर क्षतिपूर्ति भी वसूलने का प्रावधान है। अधिवक्ता ने कहा कि उपरोक्त सड़क का सीमांकन परिसीमन आज तक उपरोक्त कानून के तहत नहीं किया गया है तो ऐसी परिस्थिति के बाद निर्माण कर्ता मुआवजे के हकदार भी हैं। याचिकाकर्ता ने कहा है कि इस सड़क पर जाम लगने से आवागमन बाधित होने से बड़ी समस्या होती है दुर्घटना की संभावना हमेशा बनी रहती है सकरी सड़क के दोनों किनारे नाला बनाए जाने से नाला जानलेवा बना है जिससे आमजन प्रभावित हैं।
रिपोर्ट:- राजकुमार गुप्ता वाराणसी