बाड़मेर/राजस्थान- बुजुर्गों ने कहा था कि उड़ते हुए परिंदे के पर हर कोई काटना चाहता है, जी हां आजकल यह कहावत सच में साबित हुई हम बात कर रहे हैं बेरोजगार स्टुडेंट्स के लिए राज्य के हर कोने में अपना वर्चस्व स्थापित करने वाले ट्विटर अकाउंट भेरा राम बेड़ा की, बेरोजगार युवाओं के लिए उनकी आवाज उठाना, राजस्थान लोक सेवा आयोग को छ महीनों से अटके हुए परिणामों को जारी करवाने के लिए ट्रेंड करवाना, सरकारी लेटलतीफी के कारण ढीली कार्यशैली पर इस्तीफा दो, राइट टू हेल्थ के लिए सरकारी पक्ष में ट्रेंडिंग करवाना भैराराम को आजकल भारी पड़ गया l
ट्विटर ने नियमों का हवाला देते हुए उनके अकाउंट को सस्पेंड कर दिया है लेकिन प्रथम दृष्टि कारण कुछ ओर ही नजर आ रहे हैं ! युवाओं में बढ़ती हुई लोकप्रियता, हर किसी मुद्दे को देश के हाइटेक प्रणाली के साधनों पर प्रमुखता से रखने वाले इस ट्विटर हैंडल को शायद रिपोर्ट मारकर सस्पेंड करवाया गया है जिसके पक्ष में राजस्थान के युवाओं ने दो दिनों में ही #भैरारामकाअकाउंटरिकवरकरो पर चालीस पचास हजार से ज्यादा ट्वीट करते हुए चौबीस घण्टे में ही
नेशनल ट्रेंड करवा कर साबित कर दिया कि वह अकेले नहीं राजस्थान का हर युवा वर्ग और बुजुर्गों का आशीर्वाद उनके साथ है l
युवाओं की मांग है कि जल्द ही इस अकाउंट को रिकवर किया जाए, ध्यान हो कि बहुत कम समय में इस अकाउंट से लगभग पचास हजार लोग जुड़ चुके थे l इनकी एक ही माग है कि अकाउंट जल्द ही रिकवर हो, क्योंकि आधुनिक युग में हाइटेक प्रणाली से लैस सोशल मीडिया समाचार पत्रों और न्यूज़ चैनलों से भी अधिक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है l
आजकल आपकी बात को देश विदेश सहित केन्द्र और राज्य सरकार के अधिकारियों तक अपनी बात पहुंचाने ओर जिला मुख्यालय पर विराजमान सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा आमजन की किसी भी तरह की समस्याओं का त्वरित समाधान नही करने पर सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए हाईटेक प्रणाली के साधनों से लैस अनेकों साइट्स पर सबसे ज्यादा सुलभ ट्वीटर ही कारगर बना हुआ है।
जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया बाड़मेर के वरिष्ठ पत्रकार राजू चारण ने बताया कि बाड़मेर जिले में पत्रकारिता की जिम्मेदारी देने के बाद से हमेशा मेरी सीमाओं और मर्यादाओं का ध्यान रखते हुए आमजन को राहत कैसे मिलेगी इस सम्बन्ध में ज्यादा जागरूक रहा ओर
जनता जनार्दन को भ्रामक प्रचार प्रसार करने वाली कभी कोई राजनैतिक ट्वीट नहीं किया। मैंने हमेशा राज्य सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बात, राज्य सरकार के लिए गए फैसले, जनकल्याणकारी योजनाओं और सरकार की सकारात्मक मंशा को ही आगे बढ़ाने का प्रयास किया और सरकार के कार्यकलाप और सरकार के साथ मोजूदा मुख्यमंत्री की छवि को धूमिल करने वाले लोगों को तथ्यों के साथ जवाब देकर उनके द्वारा फैलाए जाने वाले भ्रामक प्रचार को रोकने का अथक प्रयास किया।ओर मैं लगभग रोजाना ही इस तरह की ट्विटर करता रहता हूं। मेरे इस तरह के ट्वीट से किसी भी रूप में पार्टी, सरकार और आलाकमान की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंची है। मेरी मंशा, मेरे शब्द और मेरी भावनाएं किसी को भी किसी रूप में ठेस पहुंचाने वाली नहीं थी और न ही कभी होगी., फिर भी अगर लगता है ये जान-बूझकर कोई गलती की गयी है तो फिर एक बार जरूर बताएं बार बार हमारे ट्विटर एकाउंट को सस्पेंड करने से आमजन में आपके ट्विटर की ही पैठ ख़राब होगी हमारी नहीं।
कभी कभार पीड़ित व्यक्तियों की ज़िला स्तर पर पुलिस प्रशासन द्वारा कार्यवाही नहीं होती है तो फिर चलों ट्विटर पर पानी नहीं मिलता है तो करो शिकायत, रेलगाड़ियों से सम्बंधित सभी शिकायतों के तुरंत राहत पाने के लिए उचित समाधान, किसी भी तरह की जन-जीवन प्रभावित करने वाले सभी समस्याओं का समाधान आजकल केवल ट्विटर पर लिखते ही तुरंत मिल जाता है। अधिकारियों और सरकारी कर्मचारियों द्वारा भी ट्विटर पर लिखा गया है तो फिर तुरंत समाधान करने के दौरान वापस प्रत्युत्तर देने में कोई कोताही नहीं बरती जाती है ।
पिछले दिनों आपतकालीन सेवाओं में आने वाली पुलिसकर्मियों को साप्ताहिक अवकाश का प्रोटेस्ट करने का अनोखा तरीका हाईटेक प्रणाली से लैस सोशल मीडिया की सुर्खियां बन गया था। ट्विटर पर टाॅप ट्रेंड में राजस्थान पुलिस की पगार का मुद्दा भी जोरदार चला जो पहले सातवें नंबर पर था और दिन की शुरुआत के साथ ही पहले पांच पर जा पहुंचा था। दरअसल राजस्थान के पुलिसकर्मियों की ओर से सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए हाईटेक प्रणाली से लैस ट्विटर का सहारा लिया गया था।
आजकल ट्विटर रूपी चिड़िया आधुनिकता की अन्धी दौड़ में युवाओं को कितनी बेबस ओर लाचार कर देती है इसका कोई भरोसा नहीं है,चाहे तो विश्व पटल पर राजनीति आकाओं में मशहूर ओर ना चाहे तो राजनीतिक आकाओं से करलें दूर… ऐसा ही वाकया पिछले दो-तीन साल से दो चार बार ट्विटर एकाउंट बन्द चालू का खेला हमारे साथ भी हुआ था ।
– राजस्थान से राजूचारण