वाराणसी- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के रामनगर स्थित राजकीय बालगृह का एक वीडियो वायरल सामने आया है जिसे देखकर मानवता शर्मसार हो जाएगी और रामनगर राजकीय बाल सुधार गृह पर सवालिया निशान खड़ा हो गया इस वीडियों में राजकीय बालगृह के लड़के खाने के लिए आंटा सानते और टायलेट साफ़ करते दिखाई दे रहे हैं। वहीँ ऐसी किसी भी बात से बाल सुधार गृह के अधिकारी ने इंकार किया ।महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित इस बाल गृह में कुल 72 बच्चे हैं जिसमें करीब दो दर्जन बच्चे मंदबुद्धि के भी शामिल हैं। यहां रहने वाले बच्चों के लिए सारी सुविधाएं प्रदेश सरकार की तरफ से दी जाती है। यहां रहने वाले बच्चों को नाश्ते और खाने के लिए मीनु कोर्ट भी बनाया गया हैं।
वायरल वीडियो सामने आने के बाद रामनगर स्थित राजकीय बालगृह बालक के प्रभारी अधीक्षक का काम देखने वाले अशोक से बात की। उन्होंने बताया कि यहां के बच्चों के लिए सारी व्यवस्थाएं हैं पढ़ाई के लिए टीचर नियुक्त है। अशोक ने कहा कि इतना बड़ा कैम्पस है, उसकी साफ सफाई के लिए जितने सफाई कर्मचारी चाहिए उतने लोग नहीं है। यहां केवल एक सफाई कर्मचारी है जो इतने बड़े केंपस को अकेले संभालता है।
उनसे जब पूछा गया कि वीडियो में बच्चे टायलेट साफ़ करते दिख रहे हैं तो उन्होंने साफ़ तौर पर इनकार करते हुए कहा कि यहाँ 16 टायलेट बाथरुम है। वैसे छोटा 4 और मिलाकर 20 है। इन सब की सफाई, सफाई कर्मचारी करता है। अशोक ने भी माना की यहाँ बच्चे से काम करवाया जाता है लेकिन अशोक ने कहा कि बच्चे ग्राउंड से खेलखेल में पत्ता हटा देते हैं लेकिन साफ सफाई और खाना बनाने के लिए कर्मचारी नियुक्त है। इसके अलावा इनकी सुरक्षा में 15 लोग लगाए गए।
रामनगर स्थित राजकीय बालगृह बालक के अंदर रहने वाले बच्चों से काम करवाने साथ ही बच्चों से टॉयलेट साफ कराने का वीडियो सामने आने पर (प्रभारी जिलाधिकारी) सीडीओ गौरंग राठी ने कहा कि यह वीडियो संज्ञान में आया है इसकी पूरी तरह से सही जांच कराई जाएगी। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उनको सामने बुलाकर एक कमेटी का गठन करके पूरे प्रकरण की जांच करवाई जाएगी अगर यह सभी बातें सच निकलती है तो उस पर कठोरतम कार्यवाही की जाएगी।
रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय नेशनल हेड(AV News)