बरेली/ फतेहगंज पश्चिमी। नगर पंचायत फतेहगंज पश्चिमी मे सफाई व्यवस्था बदहाल है। जिम्मेदार ही स्वच्छता अभियान को धाराशायी करने मे लगे है। बिना संसाधनों के जैसे- तैसे सफाई कर्मचारी मोहल्लों की सफाई तो कर रहे है लेकिन कचरे के लिए डंपिंग ग्राउंड न होने के कारण कचरा रहपुरा रोड पर सड़क किनारे फेंक कर चले जाते है। इन रास्तों से तमाम आने जाने वालों को कचरे से उठती दुर्गंध परेशान कर रही है। इसकी कई बार शिकायत की गई परंतु कोई कार्रवाई नही हुई। नेशनल हाईवे अंडरपास से 100 मीटर दूर रहपुरा जागीर-चिटौली रोड पर नगर पंचायत के सफाई कर्मियों द्वारा सड़क किनारे खुले में डाले जा रहे कूड़ा-कचरा का अम्बार जरूर दिख जाएगा। लंबे अरसे से रोजाना डाले जा रहे इस कचरे के ढेर से उठती बदबू से बचने के लिए आप रूमाल से नाक-मुंह ढंकने की चाहे कितनी भी कोशिश कर ले लेकिन भयंकर बदबू आपको बेहाल करके ही छोड़ेगी। अब सोचिए कि कचरे के अम्बार से उठती इस नाकफोड़ बदबू से इस रास्ते से गुजरने वाले राहगीरों, यात्रियों, स्कूली बच्चों और आसपास बस्तियों मे रह रहे लोगों का क्या हाल होता होगा लेकिन हाकिम सब मस्त है। इस जहरीले कचरे को खाकर आवारा भटकतीं भूखी-प्यासी गौमाताएं भी बीमार पड़ रही है। नगर में गौशाला बनी हुई है लेकिन सड़कों और घने सब्जी बाजार में इधर-उधर मुंह मारते तथा लोगों पर हमले कर उन्हें चोटिल करते गो वंशीय मवेशियों को पकड़कर गौशाला में भेजने की भी किसी को फुरसत नहीं है। गंदगी के ढेरों के बीच गौशाला तक आने-जाने का रास्ता भी बाधित है। नगर मे व्याप्त गंदगी के कारण जानलेवा संक्रामक बीमारियां भी उत्पन्न हो रही हैं। कूड़े के ढेर में घूम रहे कुत्ते, गाय, सुअर अपने पैरों से गंदगी और बीमारियां लाकर पूरे कस्बे में फैला रहे हैं लेकिन कर्ता-धर्ता खामोश है। वही व्यापारी सचिन चौहान ने इस समस्या के निराकरण के लिए 18 सितंबर को उत्तर प्रदेश सरकार के ऑनलाइन पोर्टल आईजीआरएस पर शिकायत भी दर्ज कराई है। उनके साथ वार्ड चार सभासद धर्मेंद्र सिंह उर्फ मोनू ठाकुर, भिटौरा वार्ड के सभासद अबोध सिंह और नौगवां सभासद कृपाल सिंह भी रहे। नगर पंचायत में कई बार शिकायतें कर चुके हैं लेकिन सुनवाई होती ही नही है।।
बरेली से कपिल यादव