बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। शुक्रवार को एसीओ की अगुवाई में चकवन्दी और तहसील की राजस्व टीमो ने फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र के गांव रहपुरा जागीर में पैमाइश करके करीब चार एकड़ जमीन कब्जा मुक्त कराई। हालांकि पैमाइश धीमी गति से होने के कारण कम जमीन कब्जा मुक्त होने से ग्रामीणों ने नाराजगी व्यक्त की है। रहपुरा जागीर मे ग्राम समाज की करीब साढ़े आठ सौ बीघा जमीन पर चकवन्दी का फायदा लेकर कुछ लोगो ने सांठगांठ करके पट्टे कराकर कब्जा कर लिया था। इतना ही नही जमीन निकलने के भय से कब्जेदारो ने यह जमीन औने पौने दामों पर कुछ लोगो को बेच दी थी। उसके बाद ग्रामीणों की शिकायत पर अधिकरियों के द्वारा यह पट्टे खारिज कर दिए। जिसको लेकर जमीन कब्जा मुक्त करने के लिए दो माह पहले पैमाइश करके करीब ढाई सौ बीघा जमीन कब्जा मुक्त कराई भी गयी थी। लेकिन उसके बाद पैमाइश रुकने से ग्रामीणों ने आंदोलन किया था। चार दिन बरेली मे आंदोलन चलने पर अधिकारियो ने जमीन की पैमाइश आश्वाशन देकर आंदोलन खत्म करा दिया था। गुरुवार को चकवन्दी की टीम पैमाइश आयी लेकिन कब्जा मुक्त जमीन की पैमाइश करके खाना पूर्ति करने पर ग्रामीणों ने टीम वापस कर दी थी। शुक्रवार को एसीओ पुनीत शर्मा की अगुवाई में चकवन्दी कानून गो अखिलेश सक्सेना, भैया लाल, लेखपाल दुष्यन्त, कमल पाल और तहसील के लेखपाल नरेश गंगवार ने गांव पहुंचकर पैमाइश शुरू कर दी। करीब एक एकड़ जमीन को कब्जा मुक्त कराकर उसे ट्रैक्टर से उसकी जुताई करा दी। पैमाइश की धीमी गति पर तीरथराम आदि ग्रामीणों ने नाराजगी भी जताई है। ग्रामीणों का कहना है कि पिछली बार एक दिन पैमाइश करके टीम ने 250 बीघा जमीन कब्जा मुक्त कराई थी लेकिन अब केवल चार एकड़ जमीन मुक्त हुई है।
बरेली से कपिल यादव