रखे-रखे कूड़ा बन गए लाखो रुपये के नगर निगम के रिक्शे, दो साल पहले खरीदे गए थे रिक्शे

बरेली। स्मार्ट सिटी के गली और मोहल्लों से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करने के लिए आए रिक्शा कई जगहों पर पड़े-पड़े खराब हो रहे है। इसके कारण लाखों रुपये का बजट मिट्टी मिल गया है। इसको लेकर बुधवार को कुछ पार्षदों ने वीडियो बना कर शिकायत की है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। नगर निगम ने सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से दो साल पहले लाखों रुपये खर्च कर ई-रिक्शा और हाथ ठेला खरीदे थे। इनका उपयोग वार्ड स्तर पर कूड़ा उठाने के लिए किया जाना था। शुरुआत में इन रिक्शाओं ने कुछ हद तक काम किया भी, लेकिन धीरे-धीरे इन्हें नगर निगम के गोदामों में जमा कर दिया गया। इस्तेमाल न होने के कारण अब इनकी हालत जर्जर हो गई है। इस समय हालत यह है कि गांधी उद्यान, संजय कम्युनिटी हाल और नगर निगम परिसर में करीब 60 से अधिक रिक्शा खड़े-खड़े खस्ताहाल हो गए हैं। करीब 30 से 35 हजार रुपये में खरीदे गए रिक्शा किसी काम में नहीं आ रहे हैं। किसी का पहिया खराब हो रहा है तो कई जंग खा रहे है। पार्षद सतीश चंद्र कातिब मम्मा, हरिशंकर लोधी, बनवारी लाल, रूप किशोर ने बुधवार को डंप रिक्शाओं का हाल देखकर गुस्सा जाहिर किया है। पार्षदों का आरोप है कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण नगर निगम के लाखों रुपये बर्बाद हो रहे हैं, जबकि वार्डों में कूड़ा उठाने के लिए संसाधनों की कमी है। इसके कारण कूड़ा समय से नही उठ रहा है। उनका का कहना है कि इन रिक्शाओं की खरीद पर लगभग दो करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, लेकिन आज उनमें से आधे से अधिक वाहन उपयोग न होने के कारण खराब हो गए हैं। पार्षदों ने सवाल उठाया कि जब इतनी बड़ी संख्या में रिक्शा खरीदे गए थे, तो अब वह इधर-उधर खराब हो रहे है।।

बरेली से कपिल यादव

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