फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। कोरोना संक्रमण की वजह से प्रदेश में साप्ताहिक लॉकडाउन लागू है लेकिन इस बार रविवार को ही रक्षाबंधन का त्योहार है। ऐसे मे लोगों के साथ व्यापारियों में भी असमंजस है कि कही ऐसा न हो कि इस बार रक्षाबंधन पर लॉकडाउन की वजह से मिठाइयां और राखियों की दुकानों पर भी प्रतिबंध लगा दिया जाए। हालांकि व्यापारियों ने पहले से ही रक्षाबंधन पर एक दिन की छूट मांगना शुरू कर दी है। मगर प्रशासन की तरफ से अभी तक इस बारे में कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। वो बात अलग है कि योगी सरकार ने महिलाओं के लिए मुफ्त बस सेवा की सौगात दी है। राष्ट्र जागरण उद्योग व्यापार मंडल के नेता विशाल मेहरोत्रा का कहना है कि उन्होंने पहले ही डीएम को इस बारे में ज्ञापन सौंपा था। कहा जिस तरह से हर बार लॉकडाउन में पूरे बाजार को बंद कराया जाता है। उस तरह से इस बार रक्षाबंधन पर बाजार को बंद न किया जाए। वही व्यापारी नेता राजेंद्र गुप्ता सहित अन्य छोटे दुकानादारों ने भी कुछ जरूरी दुकानों जैसे, मिठाईयां, राखियां समेत आदि की दुकानों को खोलने की अनुमति मांगी है। जिससे लोगों को भी समस्या न हो और व्यापारियों का भी घाटा न हो। इसके अलावा फतेहगंज पश्चिमी के व्यापार मंडल के अध्यक्ष आशीष अग्रवाल ने भी रक्षाबंधन के पर्व पर रविवार को बाजार खुलना व्यापारियों के हितों में होगा। कोरोना महामारी में सबसे ज्यादा नुकसान व्यापारी वर्ग का हुआ है। जिसकी भरपाई भले ही न हो लेकिन बाजार खोलने से कुछ राहत जरूर मिलेगी। जिससे व्यापरियों के द्वारा लगातार की जा रही आत्म हत्याओं पर विराम लगेगा। साप्ताहिक लॉकडाउन की वजह से कहीं बाजार खुलने पर प्रशासन प्रतिबंध न लगा दे। इसकी वजह से अभी से बाजारों में जमकर भीड़ होने लगी है। हालात यह हो चुके है कि भीड़ की वजह से बाजारों में कदम रखने तक की जगह नहीं है। इसके बाद भी लोग जमकर खरीदारी कर रहे है। गुरुवार को सबसे ज्यादा भीड़ राखियों की दुकान पर ही देखी गई। बतातें चले कि साप्ताहिक लॉकडाउन की वजह से बरेली का बाजार गुरुवार को बंद रहता था। मगर अब हालात है कि बाजार में कदम रखने की जगह नही है। इन दिनों बाजारों का आलाम यह है कि भीड़ की वजह से शहर के मुख्य बाजार कुतुबखाना, बड़ा बाजार समेत कही भी पैर रखने की जगह नही है। जिसकी वजह से लोगों को भीषण जाम भी झेलना पड़ रहा है। बड़ा वाहन तो दूर लोगों को बाइक निकालना तक मुश्किल हो रहा है। उधर दूसरी ओर भीड़ की वजह से कोविड गाइड लाइन की भी जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। न किसी के मुंह पर मास्क, न ही सोशल डिस्टेंसिंग।।
बरेली से कपिल यादव