आजमगढ़- फरिहां में युवती को जिन्दा जलाने व रोडवेज के परिचालक द्वारा नाबालिग युवती के साथ छेड़खानी जैसे बढ़ रहे जघन्य अपराध को लेकर सामाजिक संगठनों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त हैं। इसी को लेकर शुक्रवार को नगर के कुंवर सिंह उद्यान में कई सामाजिक संगठन के पदाधिकारी एकत्र हुए और यौन उत्पीड़न की घटनाआें पर अंकुश लगाने के लिए कार्यवाही की मांग करते हुए पुलिस अधीक्षक को संबांधित ज्ञापन एसपी ग्रामीण को सौंपा।
ज्ञापन में प्रयास संगठन की संवेदना श्रीवास्तव, कचंन मौर्य ने कहा कि परिवहन निगम की निचलौल डिपो का परिचालक तेजबहादुर राव ने बुधवार की रात वाराणसी से आजमगढ़ आते समय एक 16 वर्षीया किशोरी के साथ जबरदस्ती घंटो छेड़खानी किया। जैसे ही किशोरी ने अपने परिजनों को इस बात की जानकारी दिया तो परिचालक परिजनों को धमकाने लगा। इसके बाद आमजन ने साहस दिखाया और सूचना पुलिस को दिया। विडम्बना रही कि पुलिस द्वारा दोषी पर कार्यवाही करने के बजाय मामले को रफा-दफा करने में जुट गयी। अगर पुलिस महकमा ऐसे ही यौन हिंसाओं पर पर्दा डालेगा तो आखिरकार इन अपराधियों को कैसे सजा मिलेगी। प्रयास संगठन के पदाधिकारी के पहुंचने के बाद मामलो को कोतवाली पहुंचाया गया लेकिन निक्कमी पुलिस ने मामूली सी धाराओं में कार्यवाही करते पूरी महिला समाज का अपमान किया है अगर पुलिस ठोस कार्यवाही नहीं की तो हम आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे।
इस दौरान महिला मंडल की पूनम सिंह व आयाम समूह की सचिव शिखा मौर्या ने कहा कि आधी रात को चलती बस में परिचालक द्वारा पारिवारीजनों के सामने नाबालिग के साथ दुष्कृत्य का प्रयास करने वाले दरिन्दों को सभ्य समाज कभी सहन नहीं कर सकता। अपराधिक चरित्र वाले कार्मिको से ड्यूटी लेना और उन्हे प्रश्रय देकर रोडवेज प्रशासन तत्काल बन्द करें।
आली संस्था की कनिज व डा पूजा पांडेय ने कहा कि पुलिस यौन उत्पीड़न के मामलों में टालमटोली रवैया छोड़कर सुसंगत धाराओं में चालान कर छेड़खानी करने वालों को सबक सिखाए। मुबारकपुर एवं सरायमीर में घटित सामूहिक दुष्कर्म जिले के लिए किसी शर्म से कम नहीं है। आविसंस के एसके सत्येन व प्रयास के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने कहा कि नारी संवेदनशीलता का वाहक है किन्तु दुर्भाग्यवश अपराध का शिकार हो जाने पर महिलाओं के मामले में संवेदनशीलता दूर-दूर तक नहीं दिखाई पड़ती, पुलिस का रवैया पीड़ितों की सुरक्षा के बजाय भयाक्रांत करने वाला होता है। यदि जिले में महिलाओं बच्चों के प्रति अपराध पर अंकुश नहीं लगता तो प्रयास संगठन शासन-प्रशासन के विरूद्ध सत्याग्रह को बाध्य होगी। ज्ञापन सौंपने वालों में आयाम साहित्यक समूह, महिला मंडल, प्रयास, अभया महिला सेवा संस्थान, गाथान्तर पत्रिका तथा आली तंजीम, आजमगढ़ विकास संघर्ष समिति, जागो युवा सेवा संस्थान, गांधी गिरी टीम आदि ने मामले की निंदा करते हुए कड़ी कार्यवाही करने की मांग किया। इस दौरान सभी ने फरिहां, मुबारकपुर, रौनापार आदि की घटनाआें पर अपना आक्रोश व्यक्त किया। इस अवसर पर सोनी पाण्डेय, निरूपमा पाठक, अनीता साइलेस प्रतिमा पण्डेय, स्नेहलता राय सोनी, नसरीन आली, सुषमा, सुष्मिता, वन्दना प्रजापति, सारिका सिंह, डा. वीरेन्द्र पाठक, प्रतिमा विनीत सिंह, अतुल श्रीवास्तव, अभिषेक सिंह नीरज, डा. हरगोविन्द विश्वकर्मा, पवन सिंह, ई.सुनील यादव, अभिषेक, विनीत सिंह रीशू, विवंक पांडेय, पवन सिंह, ऋषभ, आलोक लहरी, आदि मौजूद रहे ।
रिपोर्टर-:राकेश वर्मा सदर आजमगढ़