यूपी मे बाढ़ का पानी अब सिंचाई मे होगा इस्तेमाल, मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा- नहरों मे डालकर किया जाएगा उपयोग

* 50 हजार मेधावी छात्राओं को मिलेगी नि:शुल्क स्कूटी

बरेली। उत्तर प्रदेश के पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने रविवार को बरेली में एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि अब प्रदेश में बाढ़ विनाशकारी नहीं, बल्कि लाभदायक साबित होगी। सरकार ने एक नई योजना के तहत बाढ़ के पानी को नहरों में डालकर सिंचाई के लिए उपयोग करने का निर्णय लिया है। जिससे किसानों को अधिक लाभ मिलेगा और जल संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा चर्चा के दौरान कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2025-26 के बजट में किसानों, युवाओं, महिलाओं और गरीबों के लिए कई अहम प्रावधान किए है। इस बजट का कुल आकार 8,08,736.06 करोड़ रखा गया है, जिसमें राज्य को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा गया है। मंत्री धर्मपाल सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के एक बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रदेश में बड़ी सिंचाई नहर परियोजना शुरू की गई है जो पूर्वाचल के किसानों के लिए फायदेमंद होगी। उन्होंने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि उनके पैरों के नीचे की जमीन खिसक रही है इसलिए वह ऐसे बयान दे रहे है। प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सुविधाओं के विकास के लिए 2,000 करोड़ का बजट तय किया गया है। स्मार्ट क्लास और आईसीटी लैब के लिए 300 करोड़ की व्यवस्था की गई है। राज्य सरकार ने मेधावी छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए रानी लक्ष्मीबाई स्कूटी योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत 50,000 मेधावी छात्राओं को मुफ्त स्कूटी प्रदान की जाएगी। इसके लिए सरकार ने 400 करोड़ का बजट आवंटित किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीरो पॉवर्टी अभियान के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत में निर्धन परिवारों की पहचान की जाएगी। इन परिवारों को सरकार द्वारा 1,25,000 तक की वार्षिक आय से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। बजट चर्चा के दौरान मंत्री ने बताया कि वर्ष 2025-26 का बजट अब तक का सबसे बड़ा बजट है, जिसमें महिलाओं, युवाओं और किसानों समेत समाज के सभी वर्गों का विशेष ध्यान रखा गया है। सभी जिलों में प्राकृतिक खेती शुरू करने की घोषणा की गई है। गोवंश संरक्षण के लिए 2,000 करोड़ खर्च किए जाएंगे। निराश्रित गोवंश की पहचान के लिए ईयर टैगिंग की प्रक्रिया को तेज किया जाएगा। 7713 गांवों के गो-आश्रय स्थलों में 12.50 लाख से अधिक गोवंश संरक्षित किए जाएंगे। गोवंश की सुरक्षा के लिए रेडियम बेल्ट लगाने की योजना है। पशु चिकित्सालयों के उन्नयन और दुग्ध मिशन के लिए 203 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है। वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर और मथुरा-वृंदावन कॉरिडोर के लिए 150 करोड़ का प्रावधान किया गया है। मिर्जापुर के त्रिकोणीय परिक्रमा मार्ग पर सुविधाओं के विकास के लिए 200 करोड़ की व्यवस्था की गई है। पर्यटन सुविधाओं के विकास हेतु 100 करोड़ और वेद विज्ञान केंद्र की स्थापना के लिए भी 100 करोड़ आवंटित किए गए हैं। चित्रकूट में पर्यटन विकास हेतु 50 करोड़ का बजट रखा गया है। मंत्री ने गोरखपुर की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि यह शहर गौरक्ष धाम के लिए प्रसिद्ध है। उन्होंने गोरक्षनाथ से जुड़ी पौराणिक कथा का भी उल्लेख किया और कहा कि यह स्थान धार्मिक और पर्यटन की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। प्रदेश की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में ग्राम पंचायतों में बारात घर और उत्सव भवन के निर्माण का प्रस्ताव रखा गया है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक आयोजनों के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि इस बजट का उद्देश्य किसानों, गरीबों, महिलाओं और युवाओं को सशक्त बनाना है। जिससे प्रदेश को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा सके।।

बरेली से कपिल यादव

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