बरेली। एनडीपीएस एक्ट मे तस्कर की 50 करोड़ की संपत्ति सीज करने की कार्रवाई उत्तर प्रदेश मे पहली बार हुई है। बरेली पुलिस ने इसकी नजीर पेश की है। जिले के फतेहगंज पूर्वी के पढेरा का तस्कर प्रधान शहीद खां उर्फ छोटे की 50 करोड़ के संपत्ति सीज करने की रिपोर्ट पर सफेमा के तहत कार्रवाई की है। अब तस्कर इस संपत्ति को न तो इस्तेमाल कर सकेगा, न बेच सकेगा और न ही किसी को दान कर सकेगा। यह संपत्ति सरकार के कब्जे में रहेगी। रिपोर्ट मे प्रधान और उसके 10 गुर्गों की करीब 50 करोड़ की प्रॉपर्टी को स्मैक तस्करी से अर्जित करना बताया गया है। एसएसपी ने कहा कि बरेली के इतिहास में प्रॉपर्टी जब्त करने की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है। आपको बता दें कि जिले के थाना फरीदपुर के पढ़ेरा गांव का स्मैक तस्कर मोहम्मद शाहीद वर्तमान मे ग्राम प्रधान है। 19 अगस्त को पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर पढ़ेरा गांव के एक स्मैक तस्कर की तलाश में दबिश दी। उसी दौरान पुलिस ने कार सवार दो लोगों को देखा। रोकने पर एक युवक ने बताया कि वह गांव का प्रधान शाहीद उर्फ छोटे खान और दूसरा उसका भतीजा सैफ खान उर्फ राजू है। शक होने पर पुलिस ने कार की तलाशी ली। पुलिस ने बरेली के इतिहास में स्मैक की सबसे बड़ी 20 किलो की खेप कार से बरामद की। इसके बाद प्रधान और उसके भतीजे को जेल भेज दिया था। जिसके बाद पुलिस ने प्रधान व उसके 10 गुर्गों की प्रॉपर्टी की पहचान की थी। मामले मे पुलिस ने विवेचना के दौरान तस्कर के कुनबे सहित 25 तस्करों के नाम मुकदमे में शामिल किए थे। सात तस्करों खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था। जिसमें से पांच ने अब तक सरेंडर कर दिया है। तस्करी के मामले में फरार आरोपियों के खिलाफ सफेमा के तहत कार्रवाई की जाती है। सफेमा यानि (स्मगलर्स एंड फॉरेन एक्सचेंज मैनुपुलेटर्स एक्ट-1976) के तहत फरार आरोपियों की संपत्ति की जांच कर स्थानीय अधिकारी सफेमा कोर्ट में प्रकरण को प्रस्तुत करते हैं। जिसके चलते इसमें 10 साल के अंदर आरोपी द्वारा खुद या फिर उसके दोस्त या फिर रिश्तेदारों के नाम से एकत्र संपत्ति की जांच की जाती है। अधिक संपत्ति होने पर कोर्ट संबंधित को नोटिस जारी करती है।संबंधित को कोर्ट में उपस्थित होकर संपत्ति की जानकारी देना होती है। यदि वह ऐसा नहीं करता तो उसकी संपत्ति जब्तकर बेच दी जाती है। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि करीब 50 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त करना बड़ी उपलब्धि है। अभी दर्जनों स्मैक तस्करों की जांच चल रही है।।
बरेली से कपिल यादव