बरेली। सोमवार को महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली के अटल सभागार मे 22वां दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ। इसका फेसबुक और यूट्यूब पर सजीव प्रसारण किया गया। जिसे करीब 500 कॉलेजों मे देखा गया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से शोध उपाधि और स्वर्ण पदक पाकर मेधावी छात्र-छात्राओं के चेहरे खुशी से खिल उठे। राज्यपाल ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उनको उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। आनंदीबेन पटेल ने कहा कि राजनीति विज्ञान के विद्यार्थी ध्यान दें। राजनीति में पीएचडी करने वाले नहीं चलते हैं। राजनीति करनी है तो गांव से काम शुरू करें। वहां स्वच्छता, पढ़ाई, पौधरोपण के काम कराएं। देखिए, लोगों को साफ पानी मिल रहा है या नहीं। इसके बाद जाकर आपकी प्रतिष्ठा बनेगी। गांव से जिला तक लोग जानेंगे। राजनीतिक दल आपसे संपर्क करेंगे। तब आप राजनीतिज्ञ बन सकते हैं। राजनीति के लिए सेवाभाव की पढ़ाई जरूरी है। सेवा करोगे तो मेवा मिलेगा। 22वें दीक्षांत समारोह के मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विश्वविद्यालय को बड़ी सौगात दी। उन्होंने पीएम ऊषा योजना के तहत 100 करोड़ रुपये अनुदान से परिसर में तैयार होने वाले डिजिटल लर्निंग हब, इंटरनेशनल ट्रांजिट छात्रावास और इन्क्यूबेटिंग पायलट फैसिलिटी सेंटर का शिलान्यास किया। अटल सभागार मे वंदे मातरम और पर्यावरण संदेश के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 94 मेधावियों को स्वर्ण पदक और 187 शोधार्थियों को शोध उपाधि प्रदान की। डिजीलॉकर पर अपलोड किए गए डिग्री, मार्कशीट व उपाधि को प्रदर्शित किया गया। विश्वविद्यालय की वार्षिक पुस्तक प्रस्तुत की गई। आंगनबाड़ी केंद्रों को किट की गई। कार्यक्रम मे विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, राज्यमंत्री उच्च शिक्षा रजनी तिवारी ने भी अपने विचार साझा किए। राज्यपाल के कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए। तीन सौ पुलिसकर्मियों समेत कई अधिकारी ड्यूटी मे लगाए गए है। राज्यपाल के आने और जाने के वक्त उनका काफिला गुजरने के दौरान यातायात को कुछ देर के लिए रोका गया।।
बरेली से कपिल यादव