राजस्थान/बाड़मेर- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी अर्धसैनिक बलों के प्रमुखों को उन जवानों को वापस बुलाने का निर्देश दिया है जो आजकल छुट्टीयां पर हैं। मौजूदा हालात की खबरों के अनुसार, यह कदम पहलगाम हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान में की गई जवाबी कार्रवाई के मद्देनजर उठाया गया है।
अमित शाह जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ नियमित संपर्क में हैं, उन्होंने उनसे यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाली नागरिक आबादी को सुरक्षित स्थानों पर लाया जाए। शाह ने देश में आंतरिक सुरक्षा स्थिति की समीक्षा भी की और शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों को सतर्क रहने और कड़ी निगरानी रखने के लिए कहा।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब और जापान में अपने समकक्षों को सूचित किया कि भारत तनाव नहीं बढ़ाना चाहता, लेकिन अगर पाकिस्तान उकसाता है तो वह दृढ़ता से जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, डोभाल ने उन्हें पाकिस्तान और पाकिस्तान प्रशासित जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाने वाले भारत के मिसाइल हमलों के बारे में भी जानकारी दी और रूस और फ्रांस के अधिकारियों से संपर्क स्थापित किया।
एक अधिकारी ने कहा, “एनएसए ने अपने समकक्षों को की गई कार्रवाई और इसके तरीके के बारे में जानकारी दी, जो सटीक, गैर-विस्तारवादी और संयमित थे। उन्होंने जोर दिया कि भारत का तनाव बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन अगर पाकिस्तान तनाव बढ़ाने का फैसला करता है तो वह दृढ़ता से जवाबी कार्रवाई करने के लिए अच्छी तरह से तैयार है.” ।
तुर्की ने भारत और पाकिस्तान के बीच पूर्ण युद्ध होने के खतरे की चेतावनी दी है, तुर्की के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, “बीती रात भारत द्वारा किए गए हमले की वजह से पूर्ण युद्ध का खतरा पैदा हो गया है और हम इस उकसाने वाली पहल और आम नागरिकों एवं नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर किए गए हमलों की निंदा करते हैं.”। तुर्की ने दोनों पक्षों से समझदारी दिखाने और तनाव कम करने के लिए जरूरी कदम उठाने की अपील की है. तुर्की ने पहलगाम हमले की जांच करवाने के पाकिस्तानियों के अनुरोध का भी समर्थन किया था।
ईरान ने भी भारत और पाकिस्तान के टकराव पर गहरी चिंता व्यक्त की है, ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ रहे तनाव पर गहरी चिंता प्रकट की और दोनों पक्षों से संयम बरतने के लिए कहा। ईरान पाकिस्तान का पड़ोसी है और इसके भारत के साथ भी अच्छे संबंध हैं। ईरान ने पिछले महीने भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने की पेशकश की थी लेकिन हमारे देश की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हमेशा की पाकिस्तानी सरकार और उनकी सेनाओं की करतूतों से परेशान होने के कारण पाकिस्तानियों को एक बार करारा झटका देना बहुत जरूरी है कारण कुत्ते की पूछ टेडी की टेडी रहती है।
भारत पाक युद्ध शुरू होने और खत्म होने के बाद क्या होगा ?
- आधे पाक फौजी देश छोड़कर भाग जाएंगे।
- तुर्की यूरोप और चीन के सहारे पाकिस्तान कुछ दिन युद्ध तेज रखेगा।
- युद्ध लंबा खिंचने पर यूरोप हाथ खींच लेगा।
- युद्ध का लाभ उठाकर अफगानिस्तान पाकिस्तान के कुछ हिस्सों पर कब्जा कर लेगा।
- चीन और तुर्की साथ देते रहेंगे और युद्ध बढ़ा तो अमेरिका और इजरायल खुलकर भारत के साथ होंगे।
- रूस भारत को हथियार देगा हो सकता है पाकिस्तान को भी ऊंची कीमत पर दे।
- लेकिन तब तक पाकिस्तान का बड़ा नुकसान हो जाएगा नतीजा बलूचिस्तान सिंध देश और गिलगित बाल्टिस्तान स्वतंत्र हो जाएंगे।
- युद्ध की मार झेलकर बचा कुछ पंजाब प्रांत ही पाकिस्तान का बचेगा। जहां दुनिया का सबसे बड़ा “रेड लाइट एरिया” बन जाएगा।
- पाकिस्तानी अधिकृत कश्मीर भारत का हो जाएगा।
– राजस्थान से राजूचारण