उत्तराखंड/चमोली – पोखरी के हापला घाटी में मोटरमार्ग बन्द होने से गर्भवती महिला ने बीच रास्ते मे दिया बच्चे को जन्म। पहाड़ो में लोकनिर्माण विभाग की घोर लापरवाही आयी सामने ।
जनपद चमोली के दूरस्थ ब्लॉक नागनाथ पोखरी के हापला घाटी में बीते रोज सड़क टूटने से मोटरमार्ग पूर्ण रूप से बंद हो चुका है और सुबह से अभी तक लोक निर्माण विभाग की जेसीबी मशीन सड़क खोलने के लिए नही पहुच पायी है ।।जबकि लोक निर्माण विभाग पोखरि डिवीजन के पास आपदा के इस समय मे तीन जेसीबी मौजूद हैं फिर भी विभाग की निष्क्रियता और जनप्रतिनिधियों के कमजोर रवैया से आमजनता को दर दर की ठोकरे खानी पड़ रही है जनता ट्रस्त है आखिर सुने पर सुने कौन।
जिसके चलते ग्राम नैल की ग्रभवती महिला नीमा देवी ने बीच सड़क मे ही बच्चे को जन्म दे दिया।हालाकि महिला व बच्चा सुरक्षित हैऔर सड़क बन्द होने से उनको घर की और लौटना पड़ा। लेकिन सड़क बन्द होने से आज फिर से पहाड़ो में बदहाली की पोल खुलती नजर आ रही है ,आखिर क्यों लोकनिर्माण विभाग इस प्रकार की लापरवाही को न्योता दे रहे हैं।
हापला घाटी के स्थानीय लोग गजेंद्र सिंह,राकेश नेगी,विजय,सोहन बर्त्वाल, संतोष ने कहा कि इस आपदा के काल मे सड़के बंद पड़ी हुई है और वो भी तब जब पूरा राज्य इस कोविड् -19 से जूझ रहा है और साथ मे पहाड़ो में भारी मूसलाधार बारिश हो रही है,और प्रसूता बीच सड़क में बच्चे को जन्म दे रही है और महिला पर क्या गुजर रही थी ये रोंगटे खड़ा कर देने वाला मामला है।
एशे में जब लोक निर्माण विभाग के जे ई कुलदीप रावत से फ़ोन पर हमने बातचीत की तो उन्होंने बताया कि जेसीबी को सुबह से ही सड़क को खुलवाने के किये भेज दिया है।
लेकिन सुबह 8 बजे से 12 :55 बजे तक सड़क खोलने के लिए मशीन नही पहुच पायी।
ये एक चिंताजनक सवाल है।
आखिर कब तक् पहाड़ो में ऐशी घटनाओं को अमलीजामा पहनाया जाएगा।।क्या उत्तराखंड सरकार की नोकरशाही इस प्रकार जनता की मद्त को करेंगे।
क्या यही आत्मनिर्भर भारत है एशे ही लचर मामलों से आज लोग पलायन करने को मजबूर हैं सरकार बताइए क्यों लोग पहाड़ से पलायन न करे।।
– संदीप वर्तवाल