बरेली। नशे के सामान का अड्डा बनते जा रहे बरेली मे अब एक नए तरीके से नशे के सामान को खपाया जा रहा है। एसटीएफ ने अफीम की सप्लाई करने वाले एक मेडिकल स्टोर संचालक को गिरफ्तार किया है। उसके साथ एक तस्कर भी पकड़ा गया है। जो झारखंड से अफीम की सप्लाई करने बरेली आया था। दोनों कोतबाली थाना क्षेत्र के स्टेशन चौकी के पास कार के अंदर अफीम का सौदा कर लेनदेन कर रहे थे। इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ ने घेराबंदी कर दोनों को दबोच लिया। उनके पास से एक किलो अफीम बरामद हुई है। आपको बता दे कि थाना भमोरा के आलमपुर जाफराबाद के रहने वाला भानू प्रताप मेडिकल स्टोर संचालक है। एसटीएफ प्रभारी अजय पाल सिंह ने बताया कि वह कई साल में मेडिकल की आड़ में अफीम बेच रहा था। मुखबिर ने इसकी सूचना एसटीएफ को दी। एसटीएफ ने छानबीन करने पर उसकी सूचना सही पाई। शनिवार को सूचना मिली की झारखंड का एक अफीम तस्कर भानू को अफीम की खेप देने आ रहा है। जिसके बाद एसटीएफ ने कोतवाली पुलिस से संपर्क कर दोनों को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया। झारखंड का अफीम तस्कर ट्रेन से अफीम लेकर उतरा और जंक्शन चौकी से कुछ दूर रेलवे स्टैंड के पास भानू का इंतजार करने लगा। भानू कार से पहुंचा तो तस्कर कार में बैठकर लेनदेन करने लगा। उसी दौरान एसटीएफ और कोतवाली पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों को दबोच लिया। इस दौरान एक किलो अफीम और 45 सौ रुपए बरामद हुए। पकड़े गए तस्कर ने अपना नाम सुरेन्द्र सिंह दांगी बताया। वह झारखण्ड का रहने वाला है। कोतवाली पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस दौरान मेडिकल स्टोर संचालक की कार भी सीज कर दी गई है। पूछताछ में सुरेंद्र सिंह दांगी ने बताया कि वह कई साल से भानू के संपर्क में था और कई बार भानू को अफीम सप्लाई कर चुका है। कभी वह खुद तो कभी उसका साथी दीपक सिंह दांगी अफीम की खेप पहुंचाते थे। वह झारखंड के खूटीं के जंगलों से अफीम 70 हजार में खरीदकर भानू को 1.20 लाख में बेचते थे। भानू ने बताया कि वह अफीम मेडिकल स्टोर से बेचता था। इसके साथ ही वह रुद्रपुर में भी अफीम की खेल सप्लाई करता था।।
बरेली से कपिल यादव