बरेली। मेडिकल स्टोर की आड़ में नशे का अवैध कारोबार कर पिता-पुत्र युवाओं की नशे का लती बना रहे थे। पुलिस ने बुधवार को एक ग्राहक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया तो पूरी कहानी सामने आ गई। थाना इज्जतनगर पुलिस टीम को सूचना मिली कि मिनी बाईपास पर निर्माणाधीन बस अड्डे के पास एक युवक नशे के इंजेक्शन लेकर खड़ा है। वहां उन्हें खरीदने के लिए एक ग्राहक भी आने वाला है। सूचना पर पुलिस पहुंची तो वहां दो लोग एक-एक थैला लिए खड़े थे। पुलिस को देखते ही भागने लगे। पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें पकड़ा तो पूछताछ मे अपना नाम उधमसिंह नगर के किच्छा निवासी वीरेन्द्र सिंह पुत्र कुलवंत सिंह, इज्जतनगर के कर्मचारी नगर निवासी ऋषभ बताया। वीरेंद्र मूल रूप से उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर का रहने वाला है, जो कर्मचारी नगर निवासी ऋषभ से नशीले इंजेक्शन खरीदने आया था। पुलिस ने दोनों की तलाशी ली तो उनके पास से 600 से अधिक इंजेक्शन बरामद हुए। पूछताछ मे ऋषभ ने बताया कि वह और उसके पिता इंद्रदेव गंगवार मिलकर फतेहगंज पश्चिमी में मेडिकल स्टोर का संचालन करते है। पिता के पास भी कुछ इंजेक्शन है। जिन्हें मेडिकल स्टोर पर बेचने को रखे हैं। इसके बाद पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया। तीनों के पास कुल 625 नशीले इंजेक्शन और 26 पत्ते नशीली गोलियों के बरामद हुए। इसके अलावा पुलिस को तीनों के पास से 6,250 रुपये नकद भी बरामद हुए है। पुलिस को आशंका है कि इस नशे के कारोबार में कोई एक दो नहीं बल्कि पूरा गिरोह काम कर रहा है। पुलिस ने ऋषभ, उसके पिता इंद्रदेव और खरीदार वीरेंद्र को जेल भेज दिया है। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में इंस्पेक्टर इज्जतनगर विजेंद्र सिंह, दरोगा सतीश कुमार, दीपक कुमार, हेड कांस्टेबल अमित कुमार, सर्वेश कुमार और कांस्टेबल रोहताश शामिल रहे।।
बरेली से कपिल यादव