बरेली। फरीदपुर तहसील मे तैनात लेखपाल मनीष चंद्र कश्यप की पत्नी को मृतक आश्रित में नौकरी मिल गई है। शुक्रवार को डीएम अविनाश सिंह ने कार्यालय मे मनीष की पत्नी जमुना देवी को लेखपाल की नौकरी का नियुक्ति पत्र दिया। नियुक्ति पत्र लेने के दौरान लेखपाल की पत्नी की आंखें भर आई। 27 नवंबर 2024 को घर से ड्यूटी करने के निकले लेखपाल मनीष चंद्र कश्यप की फिरौती के लिए कुछ लोगों ने अपहरण करने के बाद गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। लापता होने के 19 दिन बाद बुखारा-फरीदपुर मार्ग पर मिर्जापुर गांव में नमामि गंगे प्लांट के पास तालाब के पास से खोपड़ी, कुछ हड्डियां और कपड़े बरामद किए थे। पुलिस के ढुलमुल रवैये को लेकर गुस्साए परिजनों ने कलेक्ट्रेट से लेकर तहसील तक जमकर हंगामा काटा था। मृतक की पत्नी को नौकरी, मुआवजे और आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग को लेकर कई दिनों तक लेखपालों ने हड़ताल की थी। शुक्रवार को डीएम अविनाश सिंह ने मृतक लेखपाल की पत्नी जमुना देवी लेखपाल के पद पर नियुक्ति का पत्र दिया। उत्तर प्रदेश सेवाकाल में मृत सरकारी सेवकों के आश्रितों की भर्ती नियमावली के तहत सातवें वेतन आयोग की संस्तुति के तहत अस्थाई नियुक्ति दी गई। इस दौरान एडीएम प्रशासन पूर्णिमा सिंह मौजूद रही।।
बरेली से कपिल यादव