फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। मूसलाधार बरसात ने स्मार्ट सिटी की पोल खोल दी है। रविवार की सुबह करीब 5 बजे से शुरू हुई बरसात से सड़क, कालोनियां और गालियां लबालब भर गए। निचले हिस्से वाले इलाकों में घरों में पानी घुस गया। मूसलाधार बरसात के साथ ही कई बार आकाशीय बिजली कड़की। बारिश के चलते पुराना शहर, बांस मंडी, सुभाषनगर, पवन विहार और रामपुर गार्डन जैसी पॉश कॉलोनियों में भी जलभराव हो गया। इसके अलावा हजियापुर, बानखाना, गुलाबनगर, साहूकारा, शाहाबाद समेत कई इलाकों में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। वहीं बरेली कॉलेज के पश्चिमी गेट के सामने बारिश के चलते सड़क धंस गई और कई फीट का गड्ढा हो गया है। इतना ही नहीं जलभराव से सरकारी दफ्तर और जिला अस्पताल भी अछूते नही रहे। नगर आयुक्त आवास के बाहर की सड़क भी तालाब बन गई। हालांकि नगर निगम और जिम्मेदार तमाम बैठकें करके जलभराव को लेकर ठोस प्लान बनाने के लगातार दावे करते है लेकिन बारिश होते ही सभी दावे धराशाई हो जाते है। दरअसल, नगर निगम हर साल शहर को जलभराव की समस्या से बचाने के लिए करोड़ों फूंक देता है। जिसमें नाले-नालियों की सफाई के दावे किए जाते हैं और जनता को आश्वासन दिया जाता है कि अब जलभराव की स्थिति नहीं बनेगी। लेकिन कुछ ही देर की बारिश से चोक नाले नालियां उफना जाती है और शहर तालाब में तब्दील हो जाता है। वही फतेहगंज पश्चिमी नगर पंचायत की मूसलाधार बारिश ने पोल खोल दी। बरसात से सड़क, गालियां लबालब भर गए। निचले हिस्से वाले इलाकों मे घरों मे पानी घुस गया। जिससे गली मोहल्लों के साथ ही पॉश इलाके के नाले-नालियां उफना गए और सड़कों पर कई फीट तक पानी भर गया। मौसम विभाग ने 3 घंटे में 50 मिमी से अधिक बरसात होने का अनुमान जताया है। साथ ही संभावना है कि अगले दो दिनों तक बरसात हो सकती है। बारिश से तापमान में भी करीब 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है।।
बरेली से कपिल यादव