वाराणसी:- ‘मूलनिवासी संघ ‘के जिलाध्यक्ष समलेश पटेल सहित संघ के और अन्य लोगों द्वारा आज जिला मुख्यालय से रैली निकालकर जिलाधिकारी वाराणसी को पत्रक दिया।
‘मूलनिवासी संघ ‘के लोगों द्वारा यह कहना था कि शैक्षिक और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्ग (SC; ST; OBC ) के पर्याप्त प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करने के लिए आरक्षण की व्यवस्था की गई है । लेकिन वर्तमान में निजीकरण को आर्थिक सुधार के लिए नहीं बल्कि “पिछड़े वर्ग का प्रतिनिधि” समाप्त करने के लिए हथियार बनाया गया है।
“अनुसूचित जाति – जनजाति” को उत्पीड़न से सुरक्षित रखने के लिए बना SC ST prevention attrocity act 1989 को भी माननीय सुप्रीम कोर्ट के जजों ने संविधान के अनुबंधों को ताक पर रख निर्णय देकर कमजोर वर्गों पर खुला अत्याचार करने का निमंत्रण दे दिया है ।
“मूलनिवासी संघ “भारत सरकार द्वारा सन 1991 में घोषित “उदारीकरण ; निजीकरण और भूमंडलीकरण” के नीतियों का पुरजोर विरोध किया। मूलनिवासी संघ के लोगों ने कहा कि वर्तमान सरकार के निर्णयों में केवल “अर्थ लाभ ‘की विशेष चिंता झलकती है बहुसंख्यक कल्याण की भावना उसके नीतियों में कहीं नहीं दिखती । यह सामाजिक रुप से अति चिंतनीय विषय है।
“मूलनिवासी संघ” के लोगों का कहना था आज कोई संगठन सोशल मीडिया पर भारत बंद का आह्वान कर रहा है बल्कि आम जनता ने 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद का आह्वान किया है।
मूलनिवासी संघ ने कहा कि हमारा पूरा विरोध शिक्षा स्वास्थ्य और सरकारी उपक्रमों के निजीकरण के खिलाफ है ।।
प्रदर्शन में उपस्थित लोग राम बहाल यादव प्रांतीय उपाध्यक्ष मूलनिवासी संघ; हंसराज कश्यप कोषाध्यक्ष मूलनिवासी संघ ; समलेश पटेल जिला अध्यक्ष मूलनिवासी संघ ;सहित अन्य कार्यकर्ता गण उपस्थित रहे।
-संतोष कुमार सिंह