बरेली। दिल्ली मे बरेली के आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान के बुलावे पर दिल्ली के इंडिया इस्लामिक कल्चर मे देश भर के मुस्लिम, दलित, पिछड़ा वर्ग से अपने अपने क्षेत्र मे राजनीतिक पहचान रखने वाली राजनीतिक पार्टियों, पूर्व सांसदों, विधायकों के साथ इंडिया गठबंधन के संभावित सहयोगियों के प्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक हुई। आईएमसी प्रमुख ने कहा कि अब हमारी कोशिश है कि हम फ्रंट पर रहें, बराबरी की बात करें, हमारे हक हमे मिलने चाहिए। जो भी पार्टी इन सब मे हमारे साथ है उनसे बात की जाएगी और अगर हमें गुलाम बना कर हमारे वोट लेने तक हमें सीमित किया जाता है तो कथित सेकुलर पार्टियों को इसका जवाब दिया जाएगा। ईवीएम मशीन से वोटिंग पर मौलाना ने कहा कि देश के लोगों की मांग है कि ईवीएम हटना चाहिए तो हमारा भी मानना है कि ईवीएम हटना चाहिए, बैलेट पेपर से चुनाव कराने चाहिए। आईएमसी प्रमुख ने कहा कि इंडिया गठबंधन बनने के बाद लगा था कि भाजपा को हराने के लिए मजबूत गठबंधन सामने आ गया है, लेकिन कांग्रेस की नीतियों से गठबंधन बिखरता नजर आया। ऐसा महसूस हो रहा है कि भाजपा और आरएसएस जैसी शक्तियों से मुकाबला करने की क्षमता और इच्छा किसी में नजर नही आ रही, मुस्लिमों, दलितों को नजर अंदाज किया जा रहा है। केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव आयोग तो दूर की बात देश की सभी एजेंसियां सरकार के दवाब में काम कर रही है। मुस्लिम और दलितों को दबाने का काम किया जा रहा है, इस लिए जो लोग देश से प्यार करते हैं देश का नुकसान नही चाहते, ऐसे लोग जमा हुए है और सर्व सहमति फैसला हुआ है।।
बरेली से कपिल यादव