मुख्य सचिव व जिलाधिकारी के अचानक आने से मचा हड़कम्प

बंडा,शाहजहाँपुर। आज बंडा में खण्ड शिक्षा कार्यालय पर मुख्य सचिव डिंपल वर्मा अचानक निरीक्षण करने पहुँची। जिन्हें देखकर पूरे क्षेत्र में हड़कम्प मच गया। मुख्य सचिव डिंपल वर्मा के साथ जिलाधिकारी एवं अन्य जिला स्तरीय अधिकारी भी मौजूद रहे उन्हें देखकर कार्यालय के सभी कर्मचारी अपनी-अपनी व्यवस्थायें करने में जुट गये। मुख्य सचिव के अचानक आ जाने से सभी चौक गये। आनन-फानन में जिससे जो बना उसने व्यवस्था की। प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्य सचिव डिंपल वर्मा एवं जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने अचानक खण्ड शिक्षा कार्यालय पर पहुँच कर वहाँ की व्यवस्था देखी जिसमें उन्हें काफी खामियाँ मिली। उन्होंने छात्र-छात्राओं के वितरण के लिये आये बैग एवं पुस्तकों का निरीक्षण किया। उन्होंने देखा कि खण्ड शिक्षा कार्यालय के पास बने जूनियर स्कूल में पुराने सत्र की किताबें पढ़ाईं जा रहीं थी। जिसे देखकर वे काफी नाराज हुए। इसके साथ उन्होंने कार्यालय में रखे छात्रों के वितरण के लिये सकूली बैग भी देखे उनकी गुणवत्ता पर भी ध्यान दिया। वहाँ की व्यवस्था देखकर उन्होंने अध्यापक अर्चना शर्मा को कड़ी फटकार लगाई तथा बी0एस0ए0 को फटकार लगाने के बाद विभागीय कार्यवाही के आदेश दिये।
चूँकि आज थाना समाधान दिवस भी था लोगों को उम्मीद थी जिलाधिकारी महोदय समाधान दिवस पर आकर उनकी समस्यायें सुनेंगें लेकिन आमजन की ये उम्मीदें धरी की धरी रह गईं जब उन्होंने जाना कि जिलाधिकारी महोदय सीधे खण्ड शिक्षा कार्यालय पहुँच कर वापस हो लिये।
सरकार की इतनी सख्ती के बावजूद आखिर अधिकतम सरकारी अधिकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। आखिर इसे क्या कहा जा सकता है सरकार की सुस्ती या सरकार की लापरवाही। क्यों इतनी शिकायतों के बावजूद सरकारी अफसर मौज करते रहते हैं? क्यों तमाम शिकायतों बाद उन्हें पदस्थ नहीं किया जाता? आखिर वे कौन से कारण हैं कि एक छोटा सा सरकारी कर्मचारी भी सरकार के नियमों के विरुद्ध जाने की हिम्मत करता है? एक ही शिकायत को बार-बार करने के बाद भी सम्बन्धित अधिकारी अपनी कुर्सी पर मौज करता रहता है? और सबसे खास बात यदि कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी कोई एक्शन लेता भी है तो या तो उसका स्थानान्तरण कर दिया जाता है या उसे किसी झूठे केस में फंसा दिया जाता है ओर नही ंतो उसे ऐसे आॅफिस के कार्य में फंसा दिया जाता है जहाँ वह सब कुछ होने के बाद कुछ नहीं कर सकता। रिश्वत जालसाजी घोटाला चरम पर है। आखिर क्यों? क्या सरकार ही ऐसा चाहती है? कौन है इसका जिम्मेदार।

संवाददाता बृजलाल कुमार बंडा शाहजहांपुर

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