बरेली – महात्मा ज्योतिबा फुले युवा श्रीमाली कल्याण समिति द्वारा बरेली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की पुनः प्रदेश में वापसी और जीत को लेकर संजय कम्युनिटी हाल में चल रही मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की रामलीला के अंतिम दिन आज केवट संवाद ,भरत मिलाप, कुंभकरण मेघनाथ ,सहित रावण वध आदि लीलाओं का मंचन संपन्न हुआ
आज उक्त रामलीला में मुख्य अतिथि के रूप में विधायक राघवेंद्र शर्मा एवं महापौर श्री उमेश गौतम ने भगवान राम के चित्र पर माला अर्पण की एवं भगवान राम के मर्यादित स्वरूप चरित्र पर अपने विचार व्यक्त किए और कहा कि श्रीराम विष्णु के अवतार हैं, वे आदिपुरुष हैं, जो मानव मात्र की भलाई के लिए मानवीय रूप में इस धरा पर अवतरित हुए। मानव अस्तित्व की कठिनाइयों तथा कष्टों का उन्होंने स्वयं वरण किया ताकि सामाजिक व नैतिक मूल्यों का संरक्षण किया जा सके तथा दुष्टों को दंड दिया जा सके। रामावतार भगवान विष्णु के सर्वाधिक महत्वपूर्ण अवतारों में सर्वोपरि है। राम और रावण का युद्ध असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है तथा धर्म ग्रंथों के अनुसार यह युद्ध बहुत ही चर्चित और मायामई युद्ध कहा जाता है
कार्यक्रम का संचालन पंडित अजय राज शर्मा ने किया इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी ,महेश पंडित, अनिल मुनि जी , मुकेश तिवारी, संजीव पांडेय,रतन शर्मा,श्री श्रीमती अंजू शर्मा ,रितु शर्मा ,अरविंद गौड़, मनोरमा देवी ,डॉक्टर राधाकृष्ण श्रीमाली ,रवि रस्तोगी,संजय राय,गोपेश शर्मा,एवं कार्यक्रम के मुख्य आयोजक अशोक कुमार श्रीमाली उपस्थित रहे।
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की रामलीला लीला का सजीव मंचन आदर्श लीलासमिति वृंदावन के कलाकारों ने प्रस्तुत किया।
रामलीला समिति के पात्रों द्वारा राम- रावण युद्व का जीवंत प्रदर्शन कर पुरानी परंपरा का निर्वहन भी किया. रामलीला मंचन के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं ने बीच-बीच में जय श्रीराम के नारे भी लगाए।