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मुख्यमंत्री जन कल्याण योजना के तहत छोटे व्यवसायियों का संमेलन हुआ संपन्न

उज्जैन /मध्यप्रदेश-शनिवार को झालरिया मठ नृसिंह घाट में मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना संबल के अन्तर्गत शहरी क्षेत्र में रहने वाले फुटकर विक्रेता, पथ पर विक्रय करने वाले, फेरी वाले एवं अन्य छोटे व्यवसायी तथा संबल के हितग्राहियों का सम्मेलन आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री पारस जैन थे। विशिष्ट अतिथि के तौर पर महापौर मीना जोनवाल, उज्जैन दक्षिण विधायक डॉ.मोहन यादव, यूडीए अध्यक्ष जगदीश अग्रवाल और कलेक्टर मनीष सिंह कार्यक्रम में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भोपाल से प्रदेश के हितग्राहियों को सम्बोधन का सीधा प्रसारण किया गया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सरकार का लक्ष्य पिछड़ों और गरीबों को उनका अधिकार दिलाना है। सरकार के संसाधनों से गरीबों को लाभान्वित करना है। गरीबों के जीवन की प्रमुख जरूरतें- भोजन, मकान, बिजली, शिक्षा और इलाज की व्यवस्था करना हमारा सपना है। आज का कार्यक्रम इसीलिये आयोजित किया गया है क्योंकि बहुत से ऐसे पात्र हितग्राही हैं, जिन्हें ये पता ही नहीं था कि वे मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना संबल का लाभ ले सकते हैं।
प्रदेश के सभी फल-सब्जी बेचने वाले, छोटे-मोटे दुकानदार, फेरी वाले, ठेला चलाने वाले, रिक्शा चलाने वाले इनका 1 बहुत बड़ा वर्ग हमारे शहरों में निवास करता है। इन्हें हमने 1 नाम दिया है “फुटकर विक्रेता”। इन सभी को मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना के अन्तर्गत शामिल कर लिया गया है। ये लोग छोटे-मोटे काम धंधे कर अपनी रोजीरोटी चलाते हैं। मुख्यमंत्री ने अपील की कि ऐसे पात्र हितग्राही और फुटकर विक्रेता, जिन्होंने अभी तक जनकल्याण संबल योजना के अन्तर्गत अपना पंजीयन नहीं कराया है वे बिना देरी किये इस योजना के तहत अपना पंजीयन करायें। इसके लिये उन्हें बस 1 आवेदन स्थानीय नगर निगम कार्यालय में देना होगा। सबसे बड़ी बात यह है कि आवेदन को किसी से सत्यापन कराने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।
पंजीयन कराने के बाद ऐसे हितग्राही, जिनके पास खुद की जमीन नहीं है, उन्हें मकान के लिये पट्टा दिया जायेगा। शहरों में यदि जगह की कमी हो तो उन्हें मल्टी में फ्लेट दिये जायेंगे। हर गरीब का पक्का मकान बनेगा। अब गरीबों की जिन्दगी मजबूरी में नहीं कटेगी। सरकार का लक्ष्य है कि अगले 4 सालों में हर गरीब के पास पक्का मकान होगा। संबल योजना में पंजीयन कराने के बाद गरीब वर्ग के मेधावी बच्चों की स्कूल से लेकर कॉलेज तक की फीस शासन द्वारा भरी जायेगी। मुख्यमंत्री ने हितग्राहियों से अपील की कि वे अपने बच्चों को अनिवार्य रूप से शिक्षित करें। आज के समय में अच्छी और उच्च शिक्षा ग्रहण करना बहुत बड़ी आवश्यकता है। इसके बिना जीवन अधूरा है। गरीबों के बच्चे पढ़-लिखकर अच्छे नागरिक बनें और प्रतिष्ठित पद पर हों, ये उनका सपना है। जरूरी नहीं कि कोई गरीब यदि मजदूरी करता हो या छोटा-मोटा काम धंधा करता हो तो उसका बच्चा भी वही काम करे। यदि गरीबों के बच्चे पढ़ाई में अच्छे हैं तो उन्हें उच्च शिक्षा दिलवाने में भी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
संबल योजना के तहत पंजीयन कराने के बाद बिजली के बकाया बिल भी शासन द्वारा माफ कर दिये जायेंगे और सरल बिल योजना के तहत 200 रूपये प्रतिमाह फ्लेटरेट पर बिजली का बिल आयेगा। प्रसूति सहायता योजना के अन्तर्गत श्रमिक प्रसूता महिलाओं के खाते में 4 हजार रूपये डाले जायेंगे और बच्चे के जन्म के बाद 12 हजार रूपये की राशि उनके खाते में डाली जायेगी। इसके अलावा बीमार होने पर दवाई सहित पूरे इलाज का खर्चा भी शासन द्वारा वहन किया जायेगा।
दुर्घटना में मृत्यु होने पर 4 लाख रूपये की सहायता राशि दी जायेगी और यदि 60 साल से कम उम्र में सामान्य मृत्यु हो तो 2 लाख रूपये की राशि परिवार के खाते में डाली जायेगी। इसके अलावा अन्तिम संस्कार के लिये अन्त्येष्टि सहायता योजना के अन्तर्गत 5 हजार रूपये की राशि अलग से दी जायेगी, ताकि इस दुनिया से ससम्मान विदाई की जा सके।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमें छोटे दुकानदारों की जिन्दगी में नया सवेरा लाना है। इस योजना के अन्तर्गत सभी अपना रजिस्ट्रेशन करायें। पंजीयन का कार्य अगले 1 माह तक निरन्तर जारी रहेगा। कई बार ऐसा भी होता था कि छोटे-मोटे दुकानदारों को जब पैसों की आवश्यकता पड़ती थी तो वे साहूकार के पास से ऊंची ब्याज दरों पर पैसा उधार लेते थे। उनकी मेहनत की कमाई जीवनभर ब्याज चुकाने में ही निकल जाती थी, लेकिन इसी वर्ष से शासन द्वारा छोटे दुकानदारों को 1 लाख 60 हजार रूपये का लोन बैंक के माध्यम से दिलवाया जायेगा।
इसके अलावा आपदा की स्थिति या दुकानों में आग लग जाने पर पहले व्यापारियों को 16 हजार रूपये दिये जाते थे, लेकिन अब से ऐसी स्थिति में 1 लाख रूपये तक की सहायता राशि दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने सभी से आग्रह किया कि अपनी मेहनत की कमाई का दुरूपयोग न करें। रक्षाबन्धन के पर्व पर मां, बहू और बेटी की इज्जत करने का संकल्प लें, गरीबी हटाने का संकल्प लें और प्रदेश के विकास में अपना योगदान देने का संकल्प लें।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश के हितग्राहियों से बात की। हितग्राहियों ने शासकीय योजनाओं के तहत मिले लाभ के अपने अनुभव मुख्यमंत्री के समक्ष साझा किये। उज्जैन की वसन्त विहार निवासी निकिता पांचाल ने मुख्यमंत्री चौहान को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत 1 लाख रूपये का लोन मिला था। इसके माध्यम से उन्होंने स्वयं का टिफिन सेन्टर खोला है और वे आत्मनिर्भर बन सकी हैं।
समापन के पूर्व अतिथियों द्वारा मंच से विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत हितग्राहियों को प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। कौशल प्रशिक्षण योजना के अन्तर्गत रोशनी जैन, दिव्या जैन और पदमा सोलंकी को नौकरी का ऑफर लेटर, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत आरिफ खान पिता साबिर खान, अमर पिता भेरूलाल, सूरजसिंह सिकरवार, अभिषेक पिता गजानन, शाहिद पिता नईम, रामलाल पिता रतनलाल, संबल योजना के अन्तर्गत चयनित हितग्राहियों में जगदीश पिता रमेश, श्वेता श्रीवाल पिता रवि श्रीवाल, भारत पिता लालसिंह, मोहन पिता रामसिंह, नवीन राव पिता दत्तात्रय राव को प्रमाण-पत्र वितरित किये गये।
असंगठित श्रमिक कल्याण के अन्तर्गत मृतक श्रमिकों के परिवार वालों को मंच से 10 लाख 25 हजार रूपये की राशि के चेक अन्त्येष्टि और अनुग्रह सहायता योजना के तहत वितरित किये गये। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास के तहत कमलाबाई, प्रकाश, शकुन्तलाबाई, गीताबाई, रामकन्या को प्रमाण-पत्र वितरित किये गये। सम्मेलन में पात्र हितग्राहियों के नये पंजीयन के लिये काउंटर लगाया गया था, जिसमें 2 हजार से अधिक पंजीयन के आवेदन फार्म हितग्राहियों ने प्राप्त किये।
दुर्गाप्रसाद सूर्यवंशी ,नलखेड़ा

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